KNEWS DESK – भारतीय सिनेमा के महानायक और दक्षिण भारत के सुपरस्टार रजनीकांत आज अपना 74वां जन्मदिन मना रहे हैं। अपने बेमिसाल अभिनय और अद्भुत व्यक्तित्व के कारण, रजनीकांत न केवल साउथ सिनेमा बल्कि हिंदी सिनेमा में भी अपार लोकप्रियता हासिल कर चुके हैं। उनके फैंस के लिए वे सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि एक भगवान की तरह पूजनीय हैं।
फैंस की अनोखी भक्ति: मंदिर में अभिषेक
रजनीकांत की फैन फॉलोइंग का एक अद्भुत नज़ारा उनके जन्मदिन पर देखने को मिला। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे एक वीडियो में, एक फैन उनकी मूर्ति पर दूध से अभिषेक करता दिखाई दे रहा है। यह वीडियो तमिलनाडु के मदुरै में स्थित उस मंदिर का है, जिसे पिछले साल उनके जबरा फैन कार्तिक ने बनवाया था।
कार्तिक ने इस मंदिर में रजनीकांत की 250 किलो की मूर्ति स्थापित की है। उन्होंने बताया कि उनके लिए रजनीकांत भगवान के समान हैं और इसीलिए उन्होंने इस मंदिर का निर्माण किया। कार्तिक ने यह भी कहा कि उनकी पांच पीढ़ियां रजनीकांत की फैन रही हैं, और उनके परिवार के लिए रजनीकांत किसी देवता से कम नहीं हैं।
सुपरस्टार का प्रेरणादायक सफर
रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। उनका जीवन संघर्ष और सफलता की कहानी से भरा हुआ है। एक साधारण बस कंडक्टर के रूप में शुरुआत करने वाले शिवाजी ने सिनेमा की दुनिया में प्रवेश कर रजनीकांत के नाम से एक नया अध्याय लिखा। 1975 में उन्होंने तमिल फिल्म ‘अपूर्व रागंगल’ से अपने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उनका किरदार छोटा था, लेकिन उनकी अदाकारी ने दर्शकों और फिल्म निर्माताओं को प्रभावित किया। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा और आज तक 160 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं।
साउथ से हिंदी सिनेमा तक का दबदबा
रजनीकांत की फिल्में न केवल तमिलनाडु बल्कि पूरे भारत और विदेशों में भी पसंद की जाती हैं। उनकी शैली, संवाद अदायगी, और एक्शन का अपना एक अलग अंदाज है। ‘बाशा’, ‘मुथु’, ‘अन्नामलाई’, ‘शिवाजी’, ‘एंथिरन’ और हाल ही में ‘जेलर’ जैसी फिल्मों ने उनकी लोकप्रियता को और ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
फैंस के दिलों पर राज
रजनीकांत का सादगी भरा जीवन और उनकी विनम्रता उन्हें दूसरों से अलग बनाती है। वे अपने प्रशंसकों के प्रति बेहद सम्मानजनक और जुड़ावपूर्ण व्यवहार करते हैं, जिसकी वजह से उनके फैंस उन्हें देवता की तरह पूजते हैं।