शो को फिर से प्रसारित करने की अनुमति
रणवीर इलाहाबदिया ने सुप्रीम कोर्ट में आवेदन किया था, जिसमें उन्होंने शो को फिर से प्रसारित करने के आदेश के एक हिस्से को हटाने की मांग की थी। कोर्ट ने उनकी याचिका पर विचार करते हुए उन्हें बड़ी राहत दी और अब वह अपना शो फिर से शुरू कर सकते हैं। रणवीर के वकील अभिनव चंद्रचूड़ ने कोर्ट में यह भी तर्क दिया कि शो की रोक की वजह से सिर्फ रणवीर ही नहीं, बल्कि उनके साथ काम करने वाले 280 कर्मचारियों की जिंदगी भी प्रभावित हो रही थी।
सुप्रीम कोर्ट की फटकार और हंसी-मजाक में फर्क
रणवीर के शो के एक एपिसोड में किए गए भद्दे सवालों को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें फटकार भी लगाई थी। यह सवाल एक अन्य शो से कॉपी किया गया था, जिस वजह से विवाद और भी बढ़ गया था। हालांकि, सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने अदालत में यह कहा कि शो अश्लील नहीं था, और हंसी-मजाक और अश्लीलता में फर्क होता है। उनका कहना था कि पवित्रता कुछ और होती है और इसे ध्यान में रखते हुए यह शो अश्लील नहीं था।
विदेश यात्रा पर पाबंदी जारी
सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान रणवीर इलाहाबदिया को विदेश यात्रा पर भी रोक लगाई है। कोर्ट ने कहा है कि उन्हें विदेश यात्रा की अनुमति तभी मिलेगी, जब वह जांच में शामिल होंगे। इसके साथ ही उन्हें अपने शो के बारे में कुछ भी बात करने से मना किया गया है।
समय रैना को हुआ नुकसान
रणवीर के शो के एपिसोड्स के डिलीट होने के कारण समय रैना, जो शो के निर्माता हैं, को भी करोड़ों का नुकसान हुआ है। हालांकि, समय रैना विदेशों में अपने शो की शूटिंग कर रहे हैं और उन्हें वहां कोई खास परेशानी नहीं आई है।
रणवीर इलाहाबदिया को अब राहत मिलने के बाद वह उम्मीद कर रहे हैं कि उनके शो को जल्द ही फिर से दर्शकों तक पहुंचाया जा सकेगा। इस मुद्दे ने सोशल मीडिया पर भी हलचल मचा दी थी, जहां लोग अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे थे और रणवीर के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहे थे। लेकिन सुप्रीम कोर्ट के आदेश ने उनकी मुश्किलों को कुछ हद तक कम कर दिया है।