KNEWS DESK – बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री के जाने-माने अभिनेता प्रकाश राज एक बार फिर अपने बेबाक बयानों को लेकर चर्चा में आ गए हैं। इस बार उनका बयान हिंदी भाषा को लेकर है, जिस पर उन्होंने आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जन सेना पार्टी के प्रमुख पवन कल्याण को घेरते हुए तीखा तंज कसा है। यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, और लोग इस मुद्दे पर अपनी राय दे रहे हैं।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, हाल ही में पवन कल्याण ने आंध्र प्रदेश के पीथमपुरम में जन सेना पार्टी के 12वें स्थापना दिवस समारोह के दौरान एक भाषण दिया था। अपने भाषण में उन्होंने हिंदी भाषा को लेकर बात की और तमिलनाडु के नेताओं पर निशाना साधते हुए सवाल उठाया कि “तमिलनाडु के राजनेता हिंदी भाषा का विरोध क्यों करते हैं? उनके इस बयान के बाद प्रकाश राज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट शेयर कर पवन कल्याण पर कटाक्ष किया।
प्रकाश राज का तीखा तंज
प्रकाश राज ने अपने पोस्ट में लिखा, अपनी हिंदी भाषा हम पर मत थोपिए। यह किसी दूसरी भाषा से नफरत करने जैसा नहीं है, बल्कि अपनी मातृभाषा और अपनी संस्कृति की रक्षा करने जैसा है। कृपया कोई पवन कल्याण गारू को यह समझाए। उनके इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। कुछ लोग प्रकाश राज के समर्थन में हैं, तो कुछ पवन कल्याण की राय से सहमत नजर आ रहे हैं।
https://x.com/prakashraaj/status/1900604746815402494
फैंस की अलग-अलग राय
प्रकाश राज का यह बयान आते ही सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आनी शुरू हो गईं। एक यूजर ने लिखा, हर राज्य को अपनी भाषा पर गर्व होना चाहिए, लेकिन दूसरी भाषाओं का सम्मान भी करना जरूरी है। वहीं, एक अन्य यूजर ने पवन कल्याण का समर्थन करते हुए लिखा, हिंदी भारत की एक महत्वपूर्ण भाषा है और इसे सीखने में कोई बुराई नहीं है।
यह पहली बार नहीं है जब हिंदी भाषा को लेकर विवाद सामने आया हो। इससे पहले भी कई दक्षिण भारतीय राज्यों में हिंदी थोपने को लेकर विरोध दर्ज किया गया है। तमिलनाडु, कर्नाटक और केरल जैसे राज्यों में अक्सर यह बहस होती रहती है कि क्या हिंदी पूरे भारत की भाषा होनी चाहिए, या हर राज्य को अपनी मातृभाषा को प्राथमिकता देनी चाहिए?