KNEWS DESK – सच्चाई से पर्दा उठाते हुए बिग बॉस 18 में विवियन डीसेना के प्रति मेकर्स की बायसनेस एक बार फिर से दर्शकों के सामने आई है। हाल ही में हुए ‘टिकट टू फिनाले’ टास्क में विवियन और चुम दरांग के बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिली, लेकिन टास्क के दौरान हुई एक दुर्घटना ने इस मामले को एक नया मोड़ दे दिया। जब चुम चोटिल हो गईं, तो टास्क रद्द कर दिया गया, जिससे यह स्पष्ट हो गया कि मेकर्स विवियन के लिए काफी बायस्ड हैं। यह पहली बार नहीं है, जब बिग बॉस ने विवियन को एक तरह से थाली में सजाकर जीत दी हो। आइए जानते हैं कि पहले कब-कब विवियन के लिए शो में बायसनेस देखी गई।
‘टिकट टू फिनाले’ में विवादास्पद फैसला
आपको बता दें कि बिग बॉस 18 के लेटेस्ट एपिसोड में विवियन और चुम को ‘टिकट टू फिनाले’ टास्क दिया गया था। इस टास्क में दोनों के बीच शारीरिक संघर्ष हुआ, जिसमें चुम चोटिल हो गईं और टास्क रद्द कर दिया गया। हालांकि, जब बिग बॉस ने विवियन को मौका दिया तो उन्होंने गिल्ट के कारण टिकट लेने से मना कर दिया, जबकि चुम ने भी ऐसा ही किया। सवाल उठता है कि अगर मेकर्स को पहले से पता था कि विवियन और चुम के बीच टास्क हो रहा है, तो उन्होंने ऐसा टास्क क्यों दिया जिसमें शारीरिक ताकत का अधिक उपयोग होता?
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि बिग बॉस विवियन के प्रति बायस्ड है, क्योंकि उन्हें कई बार अनुकूल स्थितियों का सामना करना पड़ा है, जबकि अन्य कंटेस्टेंट्स के लिए यह आसान नहीं रहा।
पहले भी मिली विवियन को मदद
विवियन के लिए बिग बॉस का पक्षपाती रुख पहले भी सामने आ चुका है। जब विवियन दो हफ्ते तक गेम में पिछड़ गए थे, तब उनकी पत्नी नूरन अली को घर में भेजा गया, ताकि विवियन का गेम सुधार सके। इसके बाद, मेकर्स ने कई टास्कों में विवियन की जीत सुनिश्चित की, जिससे उनका खेल धीरे-धीरे सुधरने लगा। यहां तक कि शो के होस्ट सलमान खान ने भी विवियन को जोरदार तरीके से प्रोत्साहित किया।
काम्या पंजाबी का खुलासा
टीवी एक्ट्रेस काम्या पंजाबी ने हाल ही में एक इंटरव्यू में स्वीकार किया कि चैनल का उद्देश्य विवियन डीसेना को बिग बॉस 18 का विजेता बनाना था। काम्या ने बताया कि चैनल ने जानबूझकर उन्हें वीकेंड का वार में बुलाया था, ताकि विवियन का गेम मजबूत दिखे और आखिरी दो हफ्तों में उनका खेल और भी बेहतर हो सके। काम्या ने यह भी दावा किया कि चैनल के फैसलों ने विवियन को शो में लगातार समर्थन दिया।
‘टाइम गॉड’ टास्क में भी हुआ पक्षपाती रुख
एक और मामला तब सामने आया जब बिग बॉस ने विवियन को ‘टाइम गॉड’ बनने का मौका दिया, जबकि यह टास्क शिल्पा शिरोडकर और करणवीर मेहरा के बीच होना था। विवियन को बैक टू बैक दो बार यह टास्क दिया गया, जबकि शिल्पा और करणवीर को इससे अलग किया गया। यह भी एक उदाहरण था कि बिग बॉस ने विवियन के पक्ष में फैसला लिया, जिसे मेकर्स की बायसनेस के तौर पर देखा जा सकता है।