आदिपुरुष पर भड़के पुराणी रामायण के लक्ष्मण, बोले बर्बाद किए 600 करोड़ रुपए

KNEWS DESK- प्रभास की फिल्म आदिपुरुष की चर्चा पूरे देश भर में हो रही है फिल्म ने पहले दिन तो खूब कमाई की पर फिल्म को लेकर लोगों ने नज़रिगी भी दिखाई फिल्म में हनुमान जी के डायलॉग को लेकर लोगों ने पसंद नहीं किया और यह भी खा की रामायण का नाम लेकर बस पैसे कमाने की कोशिश की है फिल्म में रामायण का कुछ भी नहीं है इस पर फिल्म मेकर्स को जमकर ट्रोल किया जा रहा है फिल्म की तुलना रामानंद सागर की रामायण के कैरेक्टर्स से की जा रही है जिसको लेकर पुरानी रामायण के स्तरों ने अपनी निराशा जताई है और लक्ष्मण का रोल करने वाले सुनील लहरी बोले की यह फिल्म बर्बाद है इसको देख के बच्चे मिसगाइड होंगे, यह एक शर्मनाक फिल्म है|

 

आदिपुरुष फिल्म पर पहले दिन से ही बवाल मचा हुआ है| रिलीज के बाद से ही फिल्म की कास्ट, कैरेक्टर्स, डायलॉग्स और यहां तक की कहानी को लेकर मीम्स की बाढ़ आई हुई है| हर कोई फिल्म को बर्बाद और शर्मनाक बता रहा है फिल्म को लेकर पुराणी रामायण के किरदारों से बात करने पर उन्होंने ने भी फिल्म की खूब आलोचना की| लक्ष्मण का रोल करने वाले सुनील लहरी ने फिल्म को शर्मनाक और भटकाऊ  बताया है| उनके मुताबिक ना तो कहानी का कोई मतलब है, ना ही कैरेक्टर्स का| फिल्म के डायलॉग्स पर सुनील का गुस्सा तक भड़क गया|

सुनील लहरी ने कहा-  ये फिल्म टाइम पास है मतलब ये कि इस फिल्म में लॉजिक लगाने की जरूरत नहीं है| सुनील ने यह तक कह दिया की ये बहुत शर्मनाक बात है कि उनका कहना है कि ये फिल्म रामायण को ध्यान में रखते हुए बनाई है यह बात बिल्कुल बकवास है मेकर्स ने फिल्म को कुछ अलग दिखाने के चक्कर में रामायण के वास्तविक रूप को बदल दिया और संस्कृति से खिलवाड़ किया है उन्होंने अपनी फिल्म के डिस्क्लेमर में साफ-साफ लिखा है कि ये पूरी तरह से वाल्मिकी की लिखी रामायण पर आधारित है| जब वाल्मिकी रामायण को आप देखकर बना रहे है तो, आपने हर जगह देखा-पढ़ा होगा कि रावण, पुष्पक विमान से आता है. लेकिन यहां चमगादड़ के ऊपर आता है पता नही क्यों ऐसा किया गया है?

फिल्म  के सभी किरदारों को लेकर लक्ष्मण ने नाराज़गी जताई है फिल्म की कहानी में बहुत बदलाव  किए है, संस्कृति से खेलना नहीं चाहिए था| सुनील ने आगे कहा- फिर उसके बाद, लक्ष्मण और मेघनाद की जो जंग थी. वो हमेशा हमने पढ़ी कि हवा में हुई थी, लेकिन पता नहीं क्यों इन्होंने उसे पानी के अंदर दिखाया |

 

लक्ष्मण रोल पर सुनील ने खासी नाराजगी जाहिर की और कहा कि मुझे तो समझ ही नहीं आया कि ये क्या किया बस मारना है तो मार दो. किसी भी सीन में कोई इमोशन ही नहीं है. लक्ष्मण को भी ऐसे डायलॉग्स दिए गए हैं कि बस बोल दो. किसी भी कैरेक्टर से जस्टिफिकेशन नहीं किया गया. वहीं इस फिल्म के डायलॉग्स तो अलग ही लेवल के हैं. आप सोच भी नहीं सकते हैं कि हनुमान जी जैसे कैरेक्टर के मुंह से आप सुनेंगे कि तेल तेरे बाप का.. ऐसे शब्दों का प्रयोग हनुमान जी के लिए किया गया है जो की बिल्कुल भी अपमानजनक है| अब  कह रहे हैं कि डायलॉग्स बदल देंगे| अरे डायलॉग चेंज करने की नौबत आई ही क्यों? आप इतनी समझ क्यों नहीं लगा पाए कि मायथोलॉजिकल कैरेक्टर कैसे डायलॉग बोलेंगे. इसे सही करने की नौबत आई ही क्यों ये रिलीज होने से पहले ही सोच लेनी चाहिए थी. ये तो साफ बिजनेस नजर आ रहा है कि लोग देखेंगे, चिल्लाएंगे, पब्लिसिटी मिलेगी. अपने ही देश के कल्चर के कल्चर को बुरी तरह से बदनाम कर रहे है |

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