KNEWS DESK – बॉलीवुड एक्टर कुणाल खेमू ने हाल ही में अपने बचपन की कुछ ऐसी यादों को साझा किया, जो किसी के भी मन में डर पैदा कर सकती हैं। उन्होंने बताया कि उनका जन्म श्रीनगर में हुआ था और उन्होंने अपनी शुरुआती जिंदगी वहीं बिताई। इस दौरान उनके बचपन का बड़ा हिस्सा तनावपूर्ण माहौल में बीता।
बचपन में झेले संघर्ष
कुणाल खेमू ने याद किया कि कैसे श्रीनगर में अचानक ब्लास्ट और पत्थरबाजी की घटनाएं आम थीं। उन्होंने कहा कि एक बच्चे के तौर पर यह सब समझना बहुत मुश्किल था। तेज आवाज सुनते ही हर किसी के मन में यह सवाल उठता था कि कहीं बम तो नहीं फटा? उनका कहना है कि उनका परिवार हमेशा उन्हें सुरक्षित रखने की कोशिश करता था, लेकिन वे भी माहौल का प्रभाव महसूस किए बिना नहीं रह सके।
उन्होंने बताया कि उनके माता-पिता कई बार उन्हें रात में घर की लाइट जलाने से मना कर देते थे, क्योंकि खतरा होता था कि कोई पत्थर फेंक सकता है। कई बार अचानक गोलियों की आवाज सुनाई देती थी, जिससे समझ नहीं आता था कि क्या हो रहा है। उन्होंने अपने परिवार के साथ कई डरावने पल बिताए, लेकिन इसी बीच कुछ अच्छी यादें भी बनीं।
बम धमाके का भयानक अनुभव
कुणाल खेमू ने अपने जीवन की सबसे डरावनी घटना को याद करते हुए बताया कि एक बार उनके घर के पास ही एक बड़ा धमाका हुआ था। उस समय वह अपने चचेरे भाई के साथ बैठकर ताश खेल रहे थे। अचानक एक जोरदार धमाका हुआ, जिससे वे जमीन पर गिर पड़े। उन्होंने बताया कि कुछ देर तक कुछ सुनाई नहीं दिया, बस धुआं और टूटी हुई खिड़कियां दिख रही थीं। ऐसा लग रहा था जैसे किसी फिल्म का सीन चल रहा हो।
धमाके का असर
उन्होंने बताया कि उस धमाके का असर उनके घर पर भी हुआ था। घर के एक कमरे की फर्श तक फट गई थी, क्योंकि धमाका बहुत नजदीक हुआ था। उस वक्त हर कोई इधर-उधर भाग रहा था और किसी को समझ नहीं आ रहा था कि क्या करना चाहिए। जब उन्होंने टीवी पर देखा, तब उन्हें अहसास हुआ कि यह घटना कितनी बड़ी थी। लोग लगातार एक-दूसरे को फोन कर रहे थे। एक 6 साल के बच्चे के तौर पर उन्हें बस इतना महसूस हुआ कि वे किसी बड़ी खबर का हिस्सा बन गए हैं।