KNEWS DESK – 2 फरवरी 2025 को लॉस एंजिल्स के क्रिप्टो डॉट कॉम एरिना में आयोजित ग्रैमी अवॉर्ड्स ने भारतीय संगीत की चमक को दुनिया भर में महसूस कराया। इस वर्ष भारतीय-अमेरिकी म्यूजिशियन और बिजनेसवुमन चंद्रिका टंडन ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की, जब उन्होंने ‘त्रिवेणी’ एल्बम के लिए बेस्ट न्यू एज, एम्बिएंट या चैंट एल्बम श्रेणी में ग्रैमी अवॉर्ड अपने नाम किया।
इस अवॉर्ड में चंद्रिका टंडन का साथ देने वाले दो अन्य कलाकार थे, बांसुरी वादक वाउटर केलरमैन और सेलो वादक एरु मात्सुमोतो। इन तीनों ने मिलकर इस एल्बम में भारतीय संगीत और वैश्विक संगीत शैलियों का संगम पेश किया, जो उन्हें इस सम्मान के योग्य बनाता है। ‘त्रिवेणी’ का संगीत भारतीय पारंपरिक ध्वनियों के साथ-साथ पश्चिमी ध्वनियों का अद्भुत मिश्रण है, जो श्रोताओं को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता है।
चंद्रिका टंडन ने अपनी शानदार उपलब्धि को भारतीय संस्कृति के प्रतीक के रूप में देखा। ग्रैमी अवॉर्ड्स के रेड कार्पेट पर उन्होंने पारंपरिक भारतीय रेशमी सलवार सूट पहना और इसे एक स्टेटमेंट नेकलेस के साथ पूरा किया, जिससे उनकी भारतीय जड़ों के प्रति उनकी सच्ची श्रद्धा और प्रेम प्रकट हुआ।
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इस पुरस्कार में चंद्रिका की कड़ी प्रतिस्पर्धा में कई नामचीन कलाकार थे, जिनमें रिकी केज, अनुष्का शंकर और राधिका वेकारिया जैसे नाम शामिल थे। हालांकि, ‘त्रिवेणी’ एल्बम ने इस प्रतियोगिता को पार करते हुए अपनी विशिष्टता और संगीत की गहराई को उजागर किया।
चंद्रिका टंडन की यह यात्रा केवल एक व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, बल्कि यह भारतीय संगीत और कला के वैश्विक स्तर पर बढ़ते प्रभाव का प्रतीक है। उनकी यह उपलब्धि उन भारतीय कलाकारों के लिए प्रेरणा का स्रोत है, जो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।
ग्रैमी अवॉर्ड्स 2025 में भारतीय संगीत के इस ऐतिहासिक योगदान ने एक बार फिर साबित किया कि भारतीय संगीत दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ने में सक्षम है। चंद्रिका टंडन का ‘त्रिवेणी’ एल्बम इस बात का प्रमाण है कि वैश्विक संगीत की सशक्त यात्रा में भारतीय संगीत का योगदान अनमोल और अहम है।