KNEWS DESK – बॉलीवुड से एक और दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज फिल्ममेकर सलीम अख्तर ने 8 अप्रैल, मंगलवार को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में अंतिम सांस ली। हाल ही में अभिनेता मनोज कुमार के निधन के बाद यह दूसरी बड़ी क्षति है, जिससे फिल्म इंडस्ट्री शोक में डूब गई है।
वेंटिलेटर पर चल रही थी जिंदगी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सलीम अख्तर की तबीयत काफी समय से खराब चल रही थी और उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था। जिंदगी और मौत के बीच लंबी लड़ाई लड़ने के बाद उन्होंने आखिरकार जिंदगी से हार मान ली। उनका इलाज मुंबई के उसी अस्पताल में चल रहा था, जहां कुछ दिन पहले अभिनेता मनोज कुमार का भी निधन हुआ था।
सलीम अख्तर का नाम भले ही अब मीडिया की सुर्खियों से दूर रहा हो, लेकिन उन्होंने हिंदी सिनेमा को कई यादगार फिल्में दी हैं। अपने प्रोडक्शन हाउस ‘आफताब पिक्चर्स’ के बैनर तले उन्होंने ‘कयामत’, ‘लोहा’, ‘चोरों की बारात’, ‘बटवारा’, ‘बादल’, ‘बाजी’ और ‘इज्जत’ जैसी फिल्मों का निर्माण किया।
सितारों को दिया मंच
सलीम अख्तर वही निर्माता हैं, जिन्होंने 1997 में ‘राजा की आएगी बारात’ के जरिए रानी मुखर्जी को बॉलीवुड में लॉन्च किया था। यही नहीं, उन्होंने तमन्ना भाटिया को भी ‘चांद सा रोशन चेहरा’ फिल्म से इंडस्ट्री में कदम रखने का मौका दिया। उनकी नजर नए टैलेंट को पहचानने में माहिर थी और उन्होंने कई कलाकारों को चमकने का मौका दिया।

अंतिम संस्कार की जानकारी
सलीम अख्तर का अंतिम संस्कार 9 अप्रैल, बुधवार को दोपहर 1:30 बजे जोहर की नमाज के बाद किया गया। उन्हें इरला मस्जिद के पास स्थित कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनके परिवार में पत्नी शमा अख्तर हैं। वे अपने शांत और विनम्र स्वभाव के लिए जाने जाते थे।