KNEWS DESK – ‘बिग बॉस 18’ में वाइल्ड कार्ड एंट्री के जरिए दिग्विजय राठी ने घर में कदम रखा था। वह अपनी दमदार पर्सनालिटी और शानदार गेम प्लान के कारण दर्शकों के चहेते बन गए। लेकिन उनका अचानक इविक्शन शो के फैंस और दर्शकों के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है। सोशल मीडिया पर उनके बाहर होने की खबर के बाद से बवाल मचा हुआ है। राठी के फैन्स इसे अन्याय बता रहे हैं और बिग बॉस के मेकर्स पर सवाल उठा रहे हैं।
इविक्शन का कारण
दिग्विजय राठी का इविक्शन ऐसे समय पर हुआ जब उनके गेम का ग्राफ ऊपर जा रहा था। वह घर के कुछ कमजोर कंटेस्टेंट्स जैसे एडिन रोज, यामिनी मल्होत्रा, और कशिश कपूर की तुलना में कहीं अधिक मजबूत खिलाड़ी थे। तो फिर सवाल उठता है, आखिरकार इविक्शन की गाज उन्हीं पर क्यों गिरी?
कलर्स के फेवरेट कंटेस्टेंट्स की सुरक्षा
बिग बॉस के फॉर्मेट को करीब से देखने वाले यह मानते हैं कि शो में कुछ कंटेस्टेंट्स को मेकर्स की तरफ से प्राथमिकता दी जाती है। इस सीजन में करणवीर मेहरा, विवियन डीसेना, ईशा सिंह, अविनाश मिश्रा और शिल्पा शिरोडकर जैसे कंटेस्टेंट्स को मेकर्स के ‘फेवरेट्स’ की लिस्ट में शामिल माना जा रहा है। दिग्विजय की मजबूत फैन फॉलोइंग और उनकी लोकप्रियता के कारण ये ‘फेवरेट्स’ खतरे में आ सकते थे।
रजत दलाल के साथ समीकरण का बिगड़ना
घर के अंदर दिग्विजय और रजत दलाल के बीच बिगड़े समीकरण भी उनके खिलाफ गए। वीकेंड का वार में रजत ने कई बार दिग्विजय को टारगेट किया, जिससे उनकी छवि को नुकसान हुआ। हालांकि, फैंस ने राठी का पूरा समर्थन किया, लेकिन ऐसा लगता है कि बिग बॉस ने पहले ही उनका पत्ता साफ करने की योजना बना ली थी।
फैंस का गुस्सा और सोशल मीडिया का बवाल
दिग्विजय राठी के इविक्शन के बाद उनके फैंस ने सोशल मीडिया पर अपनी नाराजगी जाहिर की। #BringBackDigvijay और #JusticeForDigvijay जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। फैंस का कहना है कि शो ने निष्पक्षता का पालन नहीं किया और यह इविक्शन पहले से ही तय था।
बिग बॉस की रणनीति या निष्पक्षता की कमी?
बिग बॉस के फैसलों पर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं, लेकिन इस बार का मामला अलग है। दिग्विजय राठी न केवल एक मजबूत खिलाड़ी थे बल्कि दर्शकों के फेवरेट भी बन गए थे। उनके बाहर होने के बाद यह सवाल उठता है कि क्या यह सिर्फ एक खेल का हिस्सा था या फिर शो की रणनीति।