KNEWS DESK – रेणुकास्वामी हत्याकांड, जो कि कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री में बड़े विवाद का कारण बना है, अब अपने अंतिम चरण में पहुंच चुका है। इस जघन्य अपराध की जांच में पुलिस ने कोर्ट में 3,991 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की है, जिसमें कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं। इस केस में प्रमुख आरोपी कन्नड़ अभिनेता दर्शन थूगुदीप और उनकी करीबी दोस्त पवित्रा गौड़ा हैं, जिनके रिश्ते और हत्याकांड में उनकी संभावित भूमिका को लेकर चर्चा तेज हो गई है।
दर्शन और पवित्रा के रिश्ते पर सवाल
रेणुकास्वामी हत्याकांड की जांच के दौरान पुलिस ने दर्शन और पवित्रा के मोबाइल फोन की जांच की, जिसमें दोनों की कुछ निजी तस्वीरें मिलीं। इन तस्वीरों में दर्शन और पवित्रा पारंपरिक कपड़ों में नजर आ रहे हैं। पवित्रा ने येलो कलर की सिल्क साड़ी पहनी हुई थी, जबकि दर्शन येलो कुर्ते और सफेद पैंट में नजर आए। दोनों ने फूलों की माला पहनी हुई थी, जिससे उनके रिश्ते के स्पष्ट संकेत मिलते हैं। एक अन्य फोटो में दोनों गले मिलते हुए दिखाई दिए, जिसने पुलिस को उनके रिश्ते की गहराई पर और संदेह करने पर मजबूर किया।
लिव-इन रिलेशनशिप का खुलासा
डीसीपी द्वारा की गई पूछताछ में दर्शन ने कबूल किया कि वे पवित्रा गौड़ा के साथ लिव-इन रिलेशनशिप में थे, हालांकि उन्होंने शादी करने से इनकार किया। दर्शन ने बताया, “हम शादीशुदा नहीं हैं, लेकिन हम लिव-इन रिलेशनशिप में थे।” इस बयान ने उनके रिश्ते को लेकर उठ रहे सवालों को और हवा दी है, खासकर तब जब रेणुकास्वामी की हत्या में उनके रिश्ते की भूमिका सामने आ रही है।
चार्जशीट में प्रमुख खुलासे
चार्जशीट में दर्शन और पवित्रा के रिश्ते को स्पष्ट रूप से उल्लेखित किया गया है। बेंगलुरु पुलिस ने आरोप लगाया है कि रेणुकास्वामी, जो कि दर्शन का फैन था, पवित्रा गौड़ा के सोशल मीडिया पोस्ट्स पर अपमानजनक संदेश भेजता था। उसकी यह मान्यता थी कि पवित्रा, दर्शन की वैवाहिक जिंदगी को प्रभावित कर रही हैं, जिसके चलते उसके और पवित्रा के बीच अनबन हुई थी।
रेणुकास्वामी पर अत्याचार
रेणुकास्वामी की हत्या की बर्बरता को देखते हुए पुलिस ने बताया कि उसे हत्या से पहले बुरी तरह टॉर्चर किया गया था। चार्जशीट में दी गई जानकारी के अनुसार, रेणुकास्वामी के शरीर पर 39 जगह चोट के निशान थे। इसके अलावा, उसे बिजली के झटके दिए गए थे और उसकी छाती की हड्डियां भी तोड़ी गई थीं। इस घृणित कृत्य के दौरान उसे मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया गया था, जिसकी पुष्टि फोरेंसिक रिपोर्ट द्वारा भी की गई है।
सबूत और जांच का विवरण
पुलिस द्वारा कोर्ट में पेश की गई चार्जशीट में अपराध स्थल की तस्वीरें, कपड़ों पर खून के धब्बों की फोरेंसिक रिपोर्ट, पवित्रा के जूते और अन्य सबूत शामिल हैं। इन सबूतों के आधार पर यह स्पष्ट होता है कि हत्या सुनियोजित थी और इसमें अत्यधिक क्रूरता का प्रयोग किया गया था। पुलिस ने इन सबूतों के आधार पर मामले को सुलझाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और अब यह मामला अपने अंतिम निर्णय की ओर बढ़ रहा है।