KNEWS DESK – फिल्म ‘छावा’ को दर्शकों का जबरदस्त प्यार मिल रहा है, लेकिन हाल ही में इसे नागपुर में भड़की हिंसा से जोड़ा जा रहा है। इस मुद्दे पर राजनीतिक विश्लेषक और ‘बिग बॉस 13’ फेम तहसीन पूनावाला ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने विक्की कौशल और ‘छावा’ की टीम का समर्थन करते हुए हिंसा के लिए फिल्म को दोष देने वालों की आलोचना की है।
विक्की कौशल के समर्थन में आए पूनावाला
‘छावा’ मराठा योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित फिल्म है। फिल्म में मुगल शासक औरंगजेब को दिखाया गया है, जिन्होंने 1689 में संभाजी महाराज की क्रूरतापूर्वक हत्या की थी। इस ऐतिहासिक विषय के चलते समाज के एक तबके में औरंगजेब को लेकर नाराजगी बढ़ गई। 17 मार्च को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल द्वारा आयोजित विरोध प्रदर्शन के दौरान नागपुर में हिंसा भड़क गई।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस प्रदर्शन के दौरान कुछ अफवाहें फैलीं कि इस्लाम के पवित्र ग्रंथ कुरान का अपमान किया गया, जिससे तनाव और बढ़ गया। देखते ही देखते पत्थरबाजी और आगजनी की घटनाएं सामने आईं। इस घटना के बाद कुछ लोगों ने विक्की कौशल और ‘छावा’ की टीम को जिम्मेदार ठहराना शुरू कर दिया।
पूनावाला का कड़ा बयान
इस आरोप पर नाराजगी जताते हुए तहसीन पूनावाला ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “कला—चाहे वह फिल्म हो, किताब हो या कोई और माध्यम—समाज का दर्पण होती है, न कि हिंसा भड़काने का औजार। किसी को कोई फिल्म पसंद नहीं आती, तो वह उसे नजरअंदाज कर सकता है, लेकिन हिंसा किसी भी हाल में स्वीकार्य नहीं हो सकती।”

उन्होंने सीधे तौर पर समाजवादी पार्टी के नेता अबू आजमी और एक्ट्रेस सायरा बानो पर निशाना साधते हुए कहा कि “ये वही लोग हैं जिन्होंने औरंगजेब का महिमामंडन किया, जिसके बाद दक्षिणपंथी संगठनों ने भी इस विवाद को और भड़काने का काम किया।” उन्होंने आगे कहा कि इस तरह के विवादों में गरीब और मध्यम वर्ग के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं, जबकि बड़े नेताओं और प्रभावशाली लोगों के परिवार के सदस्य कभी सड़कों पर उतरते ही नहीं।