KNEWS DESK- शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को लेकर बड़ा फैसला सुनाया है। आपको बता दें कि शिक्षा मंत्रालय ने यूजीसी-नेट जून 2024 की परीक्षा को रद्द कर दिया है। एनटीए ने परीक्षा दो शिफ्ट में ओएमआर( पेन और पेपर) मोड में कराई थी। तो वहीं यूजीसी-नेट 2024 परीक्षा रद्द करने के केंद्र सरकार के फैसले पर देशभर के छात्रों ने निराशा जताई है।
छात्रों ने कहा कि सरकार का यह कदम “विश्वास का उल्लंघन” है। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बुधवार को यूजीसी-नेट को रद्द करने का आदेश दिया, क्योंकि उन्हें इस बात की जानकारी मिली थी कि परीक्षा की सत्यनिष्ठा से समझौता किया गया है और मामले की जांच के लिए सीबीआई को सौंप दिया गया है।
कोटा की छात्रा ऋषिका ने कहा कि यह छात्रों के लिए समय और ऊर्जा की बर्बादी है। हमारे लिए समय कीमती है और यह कदम पैसे की बर्बादी और विश्वास का उल्लंघन है। हम केवल सरकार पर भरोसा करते हैं और उन पर भरोसा करके परीक्षा देते हैं। शिक्षा मंत्रालय ने पटना में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (यूजी) 2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से भी रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मंत्रालय का यह निर्णय मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट में कथित अनियमितताओं को लेकर बड़े विवाद के बीच आया है, जो अब सर्वोच्च न्यायालय के समक्ष है। मंत्रालय ने पटना में राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (यूजी) 2024 के आयोजन में कथित अनियमितताओं के संबंध में बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई से भी रिपोर्ट मांगी है और कहा है कि रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
जानकारी के लिए आपको बता दें कि यूजीसी-नेट एक परीक्षा है, जो जूनियर रिसर्च फेलोशिप के लिए भारतीय नागरिकों की पात्रता निर्धारित करने, सहायक प्रोफेसर के रूप में नियुक्ति और भारतीय विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में पीएचडी में प्रवेश के लिए होती है।
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