देहरादून :महिला ने अपने दो मासूम बच्चों के साथ जहर खाकर दी जान, वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि यह आत्महत्या का मामला है शायद क्योंकि कमरा अंदर से बंद था,आत्महत्या की वजह परिवारिक कलह बताई जा रही है,
उत्तराखंड के देहरादून के सहसपुर थाना क्षेत्र के जस्सोवाला गांव में महिला और उसके दो मासूस बेटों के शव संदिग्ध हालात में घर के अंदर बिस्तर पर पड़े मिला,जिसकी सूचना पर पहुंची पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव पिता को सौंप दिया,वहीं घटना स्थल से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है,
‘आर्थिक तंगी के चलते कि आत्महत्या’
वहीं जिस कमरे में महिला व बच्चों का शव बरामद हुआ है,उस कमरे का दरवाजा अंदर से बंद होने के चलते पुलिस प्रथम दष्टि से इस मामले को आत्महत्या से जोड़कर देख रही है,आर्थिक तंगी व पारिवारिक कलह के चलते की महिला ने आत्महत्या, वहीं घटना स्थल से एक खाली शीशी भी मिली है, फॉरेंसिक टीम ने भी घटना स्थल से जरूरी साक्ष्य जमाकर लिए है,
‘दाल और चावल पके हुए रखे थे’
वहीं पुलिस का कहना है कि जब वह घटना स्थल पहुंची तो सरोज पाल और दोनों मासूम बिस्तर में बेसुध पड़े थे, तीनों के शरीर ठंडे पड़ चुके थे,वहीं मृतक महिला एक निजी स्कूल में पढ़ाती थी,पुलिस क्षेत्राधिकारी ने बताया कि किचन में गैस के चूल्हे के ऊपर दाल और चावल पके हुए रखे थे,वहीं किचन के बगल के कमरे में महिला और दोनों बच्चें बेड़ के उपर अचेत हालात में पड़े मिले थे,वहीं खाने के झूठे बर्तने भी रखे हुए थे,और कमरे में उल्टी पड़ी हुई थी,
पुलिस कर रही जांच
उन्होंने बताया कि जहर की पुष्टि के लिए उल्टी के सैंपल भी फॉरेंसिक टीम द्वारा लिए गए हैं, मौके पर एक खाली शीशी भी मिली है, हर एंगल से मामले की जांच की जा रही है, बताया गया कि मृतक महिला का पति एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है,
वह हररोज की तरह बीते सोमवार को भी काम पर गया था, रात जब वह ड्यूटी से घर लौटा तो घर का दरवाजा उसे बंद मिला, आवाज देने के बाद भी जब अंदर से कोई जवाब नहीं आई, तो उसने आनन-फानन दरवाजे के ताले की अंदर जाकर देखा तो उसके पांव तले जमीन खिसक गई,जिसके बाद उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी,वहीं सूचना पर पहुंची पुलिस ने तत्काल महिला समेत बच्चों को पास के CHC सेंटर में भर्ती कराया,जहां पर डॉक्टरों ने तीनों को मृत घोषित कर दिया.