श्रावस्ती क्रब से निकाल कर पोस्टमार्टम को भेजा,संदिग्ध हालात में हुई थी मौत

रिपोर्ट: के.पी. सिंह

श्रावस्ती: 3 महीने के बाद न्यायालय के आदेश पर एक युवक का शव कब्र से बाहर निकाला गया। मृतक के पिता का आरोप था की कुछ लोगों ने उसके बेटे को मारने की नियति से दुर्घटना कर घायल किया। वह गंभीर रूप से घायल हो गया। अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई।

उत्तर प्रदेश के  श्रावस्ती जनपद के गिलौला थाना अंतर्गत एडगवा गांव की है। जहां पर 3 महीने पहले राजेंद्र नाम का एक युवक साइकिल से किसी काम से बाहर निकला था। जहां दुर्घटना होने की वजह से घायल हो गया था,जिसके बाद इलाज के लिए लखनऊ ले जाया जा रहा था,कि तभी उसकी मौत हो गई थी,जिसके बाद उसको दफना दिया गया था,मगर मृतक युवक के पिता ने बेटे की हत्या होने की आशंका जताई थी,जिसकी बाद न्याय की गुहार लगाते हुए न्यायालय में केस दर्ज किया था.

 

मृतक के पिता का आरोप है

मृतक के पिता का आरोप है कि विपक्षियों के खिलाफ प्रार्थना पत्र दिया गया। लेकिन संबंधित थाने की पुलिस ने सड़क दुर्घटना का हवाला देकर रिपोर्ट दर्ज नही की। जिसकी वजह से उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया। लेकिन परिजनों को आशंका थी कि उस पर जो हमला हुआ वह हत्या करने को लेकर हुआ था। जिस पर पीड़ित पक्ष ने न्यायालय का सहारा लिया। मामले की सुनवाई के बाद अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने विपक्षियों के विरुद्ध मामला दर्ज कर विस्तृत साक्ष्य के साथ जांच कर आख्या मांगी।

जिसके बाद मजिस्ट्रेट और पुलिस की निगरानी में मृतक के शव को कब्र से बाहर निकलवाया गया। पुलिस शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेजकर अग्रिम कार्रवाई में जुट गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद व्यक्ति के मौत के कारणों का सही पता चल सकेगा.

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