नोएडा : 18 बच्चों की मौत की आरोपी कंपनी का लाइसेंस रद्द

नोएडा, नोएडा की कंपनी मेरियन बायोटेक पर सरकार की बड़ी कार्यवाही हुई है, कंपनी की ड्रग लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है. दिसंबर 2022 में उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत की आरोपी कंपनी मेरियन बायोटेक का दवा लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है। मेरियन बायोटेक की कफ सीरप डॉक्स 1 जो कि कफ सीरप के तौर पर भारत से निर्यात की जा रही थी, को अभी अनिश्चितकालीन प्रतिबंधित भी कर दिया गया है।।

खूनी कफ सीरप ने मचाई तबाही

उल्लेखनीय है कि मेरियन बायोटेक की कफ सीरप डॉक्स 1 पर पिछले साल आरोप लगे थे कि कंपनी द्वारा उत्पादित सीरप से उज्बेकिस्तान में 18 बच्चों की मौत हुई है जिसके बाद भारत सरकार द्वारा तत्परता दिखाते हुए कार्यवाही की गयी.

36 में से 22 नमूने हुए थे फेल

केंद्रीय एजेंसियों द्वारा मेरियन बायोटेक द्वारा उत्पादित उत्पादों के 36 नमूने लिए गये थे जिनमें से 22 नमूने फेल हो गये हैं, यही नही कंपनी रॉ मेटेरियल का लेखा जोखा भी नही दिखा सकी. केंद्रीय एजेंसियों और उत्तर प्रदेश औषधि विभाग की एक दल ने पिछले साल 29 दिसंबर को यहां कंपनी के कार्यालय का निरीक्षण किया था जांच के लिए 36 नमूने लिए गए थे. नोएडा के औषधि निरीक्षक वैभव बब्बर ने बताया कि निरीक्षण के बाद 22 नमूने फेल हो गये थे.

इस दौरान कंपनी के प्रतिनिधि के डॉक-1 मैक्स के उत्पादन से जुड़े दस्तावेज नही दिखा पाए थे. इसके बाद सरकार ने उत्पादन पर रोक लगा दी थी. निरीक्षण के दौरान कंपनी के प्रतिनिधि के उत्पादन से जुड़े दस्तावेज दवा के रिकॉर्ड मेंटेनेंस के अलावा रॉ मैटेरियल खरीद की जानकारी समय से नहीं उपलब्ध कराने पर कंपनी का दवा का उत्पादन का लाइसेंस भी निलंबित किया जा चुका है.

कंपनी के तीन उच्चाधिकारियों को किया गया था गिरफ्तार

नोएडा में निर्मित कफ सिरप पीने से उज्बेकिस्तान में कथित रूप से 18 बच्चों की मौत के मामले में कोतवाली फेज-3 पुलिस ने गाजियाबाद के ड्रग्स इंस्पेक्टर आशीष की शिकायत कर कम्पनी मैसर्स मैरियम बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. कंपनी के ऑपरेशन हेड सहित 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था.

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