डिजिटल डेस्क- डीएमसीएच परिसर सोमवार शाम उस समय गोलियों की गूंज से दहल उठा, जब बीएससी नर्सिंग सेकंड ईयर के छात्र राहुल कुमार की लड़की के पिता ने हॉस्टल के नीचे गोली मारकर हत्या कर दी। मृतक राहुल, सुपौल जिले के पिपरा गांव का रहने वाला बताया गया है। बताया जाता है कि घटना शाम करीब पांच बजे की है, जब राहुल क्लास के बाद बॉयज हॉस्टल लौट रहा था। तभी सहरसा निवासी प्रेम शंकर झा, जो कि बीएससी नर्सिंग फर्स्ट ईयर की छात्रा नूतन प्रिया के पिता हैं, वहां पहुंचे और राहुल के सीने में करीब से गोली मार दी। गोली लगते ही राहुल की मौके पर ही मौत हो गई।

दो माह पूर्व की थी गुपचुप तरीके से शादी
बताया जाता है कि राहुल और नूतन के बीच प्रेम संबंध था और दोनों ने दो माह पहले गुपचुप शादी कर ली थी। दोनों डीएमसीएच परिसर स्थित अलग अलग हॉस्टलों में रहते थे और बीएससी नर्सिंग की पढ़ाई कर रहे थे। इस रिश्ते से नाराज होकर लड़की के पिता ने यह खौफनाक कदम उठाया। घटना के बाद आरोपी मौके से भागने लगा, लेकिन छात्रों की नजर पड़ते ही मेडिकल छात्रों ने पीछा कर उसे इमरजेंसी वार्ड के पास धर दबोचा। भीड़ ने आरोपी की जमकर पिटाई कर दी जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत इलाज के लिए इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। मौके पर एक साथ बेंता, लहेरियासराय, नगर, सदर, यूनिवर्सिटी, यातायात थाना की पुलिस और सदर एसडीपीओ दलबल के साथ पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लेकिन छात्रों का आक्रोश चरम पर था। इमरजेंसी के बाहर सैकड़ों मेडिकल व नर्सिंग छात्र इकट्ठा हो गए और आरोपी को तत्काल सजा देने की मांग करने लगे। पुलिस जब आरोपी को इलाज के लिए डीएमसीएच से बाहर ले जाने का प्रयास कर रही थी, तब छात्रों ने जोरदार विरोध किया। तनावपूर्ण स्थिति के बीच किसी तरह आरोपी का इलाज डीएमसीएच में ही शुरू किया गया।

उठे सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल
छात्रों ने अस्पताल की कार्यप्रणाली और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए। नर्सिंग और मेडिकल छात्रों ने मिलकर इमरजेंसी का गेट बंद कर दिया और कामकाज ठप कर दिया। उनका कहना था कि यदि आरोपी बच गया, तो न्याय नहीं मिल पाएगा। छात्रों का आरोप है कि पुलिस आरोपी को संरक्षण दे रही है। घटना के बाद अस्पताल परिसर में भारी तनाव बना हुआ है। सदर एसडीएम भी मौके पर पहुंचकर स्थिति का जायजा ले चुके हैं, लेकिन खबर लिखे जाने तक किसी वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी का बयान नहीं आ पाया है। सूत्र बताते हैं कि घटना स्थल के आसपास सीसीटीवी कैमरे या तो मौजूद नहीं हैं या खराब हैं, जिससे अभी तक घटना की कोई फुटेज सामने नहीं आ सकी है। इससे डीएमसीएच जैसे संवेदनशील संस्थान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठना लाजमी है।