KNEWS DESK… मणिपुर में लगातार दो माह से चल रही हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मणिपुर में पिछले 24 घंटे के अंदर अलग-अलग हुई घटनाओं में अब तक 4 लोगों की मौत हो गई है। मिली के अनुसार शुक्रवार की शाम को बिष्णुपुर जिले के मोइरंग तुरेल में संदिग्ध उग्रवादियों के साथ मुठभेड़ के दौरान पुलिस कमांडो पुखरामबम रणबीर के सिर में गोली लग गई जिसके चलते वो गम्भीर से रूप से घायल हो गए। घायल अवस्था में उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी अस्पताल ले जाने के दौरान रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
दरअसल आपको बता दें कि मणिपुर के बिष्णुपुर एवं चुराचांदपुर जिलों की सीमा पर बसे गांवों में कुकी एवं मैतेई समुदाय के गुटों के लोगों ने एक-दूसरे पर बीते शुक्रवार को गोलीबारी करनी शुरू कर दी। जिसमें 3 लोगों की मौत हो गई है। जानकारी मिल रही है कि हिंसा के दौरान मारे गए लोगों में से एक नाबालिग एक लड़का है। आधिकारिक सूचना के मुताबिक पहाड़ी क्षेत्रों में आई भीड़ ने अचानक पहाड़ी के कुछ गांवों में आग लगाने की कोशिश की। जिसे सुरक्षाकर्मियों ने ऐसा रोक दिया। लेकिन अन्य जगहों पर दोनों समुदायों के लोगों के बीच फायरिंग की घटना चलती रही। जिसके चलते इन सभी क्षेत्रों में सुरक्षा के लिए पुलिस बल की तैनाती में संख्या बढ़ा दी गई है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक मणिपुर हिंसा में सिर्फ जुलाई महीने में अब तक 10 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। शुक्रवार को हुई 4 मौतों से पहले भी बृहस्पतिवार को एक महिला की हत्या कर दी गई थी। जिसे इंफाल वेस्ट जिले में एक स्कूल के बाहर गोली मार दी गई थी। जिसके बाद राज्य सरकार ने 10 जुलाई तक इंटनेट सेवा बंद कर दिया था।
मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा कि वहां के लोगों से हमारा खून का रिश्ता है
4 जुलाई को थोउबल जिले में उपद्रवियों के भीड़ ने भारतीय रिजर्व बटालियन के कैंप पर हमला करते हुए हथियार छिनने की कोशिश की थी। जिसमें भीड़ एवं सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई। जिसमें एक 27 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। मणिपुर के बिगड़ते हालात को देखते हुए, पड़ोसी राज्य मिजोरम के मुख्यमंत्री जोरमथांगा ने कहा है कि वहां के लोगों से हमारा खून का रिश्ता है, हम उन्हें मुसीबत में नहीं छोड़ सकते हैं।