क्या ओवल टेस्ट में नजर आएंगे जसप्रीत बुमराह? जानिए क्यों टीम इंडिया उन्हें आराम दे सकती है

KNEWS DESK- इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज का पांचवां और निर्णायक मुकाबला 31 जुलाई से ओवल में खेला जाना है। टीम इंडिया इस समय सीरीज हार टालने की जद्दोजहद में है। मैनचेस्टर टेस्ट को ड्रॉ कराकर भारत ने खुद को सीरीज में बनाए रखा है, लेकिन अब ओवल टेस्ट में जीत जरूरी हो गई है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल है—क्या जसप्रीत बुमराह इस मैच में खेलेंगे? रिपोर्ट्स और क्रिकेट विशेषज्ञों की मानें तो बुमराह का खेलना लगभग नामुमकिन माना जा रहा है। आइए जानते हैं इसकी चार अहम वजहें।

बुमराह ने मैनचेस्टर में भले ही सिर्फ एक ओवर में विकेट लिया हो, लेकिन उन्होंने पूरे मैच में कुल 33 ओवर की गेंदबाजी की। इसके अलावा उन्होंने दो दिनों तक फील्डिंग भी की, और यह मैच पूरे पांच दिन तक चला।
अब अगला टेस्ट मैच सिर्फ तीन दिन बाद शुरू हो रहा है, ऐसे में उन्हें पूरा आराम नहीं मिल पाया। इस कारण से उनका शारीरिक रूप से तैयार होना मुश्किल लगता है।

बुमराह ने मैनचेस्टर टेस्ट में 112 रन देकर कोई खास असर नहीं छोड़ा, और उनकी गेंदबाजी में वह धार नजर नहीं आई जिसके लिए वो जाने जाते हैं। लॉर्ड्स टेस्ट में भी उन्होंने 43 ओवर किए थे। इतनी ज्यादा वर्कलोड के कारण उनकी गेंदबाजी की स्पीड 140 किमी/घंटा से नीचे आ गई। यह स्पष्ट संकेत है कि बुमराह थक चुके हैं और उन्हें ब्रेक की जरूरत है।

बुमराह पहले भी लोअर बैक इंजरी से दो बार जूझ चुके हैं। लगातार दो टेस्ट खेलने और तीसरे टेस्ट की तैयारी करने से उन पर एक और गंभीर चोट का खतरा मंडरा रहा है। इस समय टीम इंडिया को एशिया कप में उतरना है और उसमें भारत-पाकिस्तान जैसे बड़े मुकाबले होने हैं। ऐसे में बुमराह को जोखिम में डालना टीम के दीर्घकालिक हित में नहीं होगा।

मैनचेस्टर टेस्ट के दौरान पूर्व भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने यहां तक कह दिया कि बुमराह का टेस्ट करियर खत्म हो सकता है अगर उन्हें लगातार ऐसे ही झोंका जाता रहा। यह बयान भले ही कठोर लगे, लेकिन इसमें सच्चाई भी है। अगर भारत बुमराह का करियर लंबा देखना चाहता है तो उन्हें फिजिकल ब्रेक देना ही होगा, खासकर ऐसे समय में जब उनके प्रदर्शन में थकावट साफ दिखाई दे रही हो।