SPORTS DESK, पाकिस्तान सुपर लीग 2023 के फाइनल में लाहौर कलंदर्स के खिलाफ जीत के लिए मुल्तान सुल्तांस को आखिरी ओवर में 13 रन की जरूरत थी. मुल्तान के 3 विकेट बाकी थे और क्रीज पर पाकिस्तान के अनुभवी खिलाड़ी खुशदिल शाह सेट होकर बैटिंग कर रहे थे. और गेंद थी 21 साल के युवा तेज गेंदबाज जमान खान के हाथ में. जमान की एंगल बनाकर अंदर आतीं यॉकर्र पर खुशदिल बेबस नजर आए. लाहौर कलंदर्स जमान खान की बेहतरीन गेंदबाजी की बदौलत एक रन से मैच जीतकर लगातार दूसरी बार चैंपियन बनी.
पीएसएल के 13 मैचों में 15 विकेट लेने वाले जमान खान को जल्द ही इंटरनेशनल डेब्यू का मौका मिल गया. अफगानिस्तान के खिलाफ 3टी20 मैचों की सीरीज में पाकिस्तान को हार का सामना करना पड़ा, लेकिन सीरीज में जमान खान ने अपनी गेंदबाजी से सबको प्रभावित किया. तूफानी रफ्तार से बॉलिंग करने वाले जमान न्यूजीलैंड के खिलाफ 14 अप्रैल से शुरू हो रही 5टी20 मैचों की सीरीज के लिए पाकिस्तान टीम में जगह बनाने में कामयाब रहे हैं. बेहद गरीबी में बचपन बीताने वाले जमान खान की पाकिस्तानी मलिंगा बनने की कहानी खासी दिलचस्प है.
मदरसा छोड़ क्रिकेट को बनाया जुनून
जमान खान पाकिस्तान के वजीरिस्तान इलाके एक कबीले से नाता रखते हैं. वजीरिस्तान के हालत खराब होने की वजह से इस कबीले के लोग पाकिस्तान के अलग-अलग इलाकों में जाकर मजूदरी कर गुजारा करते हैं. जमान खान भी मीरपुर में एक कच्चे मकान में रहकर, खेतों में काम करके पेट भरते थे. जमान के पिता ने दीनी तालीम देने के लिए उनका एडमिशन एक मदरसे में कराया, लेकिन जमान का जुनून तो क्रिकेट था. मजूदरी करने के साथ ही जमान टेप बॉल से क्रिकेट भी खेला करते थे. जल्द ही उन्होंने अपनी गेंदबाजी के दम पर पाकिस्तान की अंडर-16 टीम में जगह बना ली.
कश्मीर प्रीमियर लीग में जमान खान की बॉलिंग देखने के बाद पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने उन्हें सपोर्ट करना शुरू किया. इसके बाद लाहौर कलंदर्स ने जमान को टीम में शामिल कर लिया.