KNEWS DESK- मुंबई पुलिस ने एक बेहद सुनियोजित अंतरराष्ट्रीय कार्रवाई में D-कंपनी के नाम पर धमकी देने वाले आरोपी मोहम्मद दिलशाद नौशाद को त्रिनिदाद और टोबैगो से प्रत्यर्पित कर भारत लाने में सफलता पाई है। यह पहली बार है जब किसी साइबर धमकी के मामले में इतनी दूर तक जाकर भारत की किसी एजेंसी ने आरोपी को गिरफ्तार किया है।
क्या है पूरा मामला?
33 वर्षीय दिलशाद, बिहार के दरभंगा का रहने वाला है। उस पर आरोप है कि उसने खुद को अंडरवर्ल्ड D-कंपनी का सदस्य बताकर, हाल ही में दिवंगत एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी और टीम इंडिया के युवा स्टार क्रिकेटर रिंकू सिंह को जान से मारने की धमकी दी थी।
दिलशाद ने रिंकू सिंह के इवेंट मैनेजर को ईमेल कर के 10 करोड़ रुपये की फिरौती मांगी थी। उसने धमकी दी थी कि अगर पैसे नहीं दिए गए, तो गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। मामला जैसे ही सामने आया, मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच हरकत में आ गई और साइबर यूनिट की मदद से आरोपी की लोकेशन ट्रैक कर इंटरपोल के जरिए गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई।
मुंबई पुलिस ने बताया कि आरोपी पिछले कुछ वर्षों से विदेश में बैठकर भारत के हाई-प्रोफाइल लोगों को निशाना बना रहा था। उसने पहले भी अलग-अलग नामों से लोगों को धमकाया है, लेकिन इस बार उसने सीधे D-कंपनी का नाम लेकर एक बड़ा मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने की कोशिश की थी।
पुलिस के मुताबिक, इस केस में साइबर क्राइम, इंटेलिजेंस और विदेश मंत्रालय की भूमिका भी अहम रही। आरोपी को भारत लाकर अब उससे पूछताछ की जा रही है।
इस मामले के बाद से क्रिकेटर रिंकू सिंह एक बार फिर सुर्खियों में हैं। मेहनत और संघर्ष से सफलता की बुलंदियों तक पहुंचे रिंकू, अब भारत के सबसे चहेते युवाओं में से एक हैं।
रिंकू सिंह की कुल संपत्ति लगभग ₹20 करोड़ बताई जा रही है। वह BCCI की ओर से ग्रेड C के कॉन्ट्रैक्ट में शामिल हैं, जिससे उन्हें सालाना ₹1 करोड़ मिलते हैं। आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए खेलते हैं और उनका 13 करोड़ रुपये का करार हुआ है। इसके अलावा, वह ब्रांड एंडोर्समेंट और रियल एस्टेट निवेश से भी अच्छा खासा पैसा कमाते हैं।