इंजरी के बाद टीम इंडिया में वापसी
शमी ने इससे पहले नवंबर 2023 में वनडे वर्ल्ड कप फाइनल खेला था, जहां उन्हें एड़ी की चोट लग गई थी। इसके बाद 2024 की शुरुआत में उन्होंने सर्जरी करवाई और फिर नवंबर 2024 में घरेलू क्रिकेट के जरिए मैदान पर वापसी की। हालांकि, भारतीय टीम में उनकी वापसी का इंतजार बना हुआ था, जो आखिरकार इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टी20 में खत्म हुआ।
राजकोट में खेले गए तीसरे टी20 में शमी ने 3 ओवर की गेंदबाजी की और 8.30 की इकॉनमी से 25 रन दिए। हालांकि, इस मुकाबले में उन्हें कोई विकेट नहीं मिल सका। इस दौरान उन्होंने एक नो बॉल भी फेंकी। शमी के प्रदर्शन पर क्रिकेट पंडितों की निगाहें थीं, क्योंकि यह मैच उनके फॉर्म और फिटनेस को परखने का बड़ा मौका था।
लंबे समय बाद टी20 इंटरनेशनल खेला
दिलचस्प बात यह है कि शमी ने इससे पहले आखिरी टी20 इंटरनेशनल मुकाबला नवंबर 2022 में खेला था। यानी, वह करीब 26 महीने के बाद इस फॉर्मेट में वापसी कर रहे थे। ऐसे में उनकी लय और प्रभावशीलता पर सबकी नजरें थीं।
मोहम्मद शमी भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण के सबसे अनुभवी खिलाड़ियों में से एक हैं। अब तक उन्होंने 64 टेस्ट, 101 वनडे और 24 टी20 इंटरनेशनल मैच खेले हैं। टेस्ट में उनके नाम 229 विकेट, वनडे में 195 विकेट और टी20 इंटरनेशनल में 24 विकेट दर्ज हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए कितना अहम है शमी का फॉर्म?
शमी की वापसी को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारियों के मद्देनजर भी देखा जा रहा है। अगर वह अपनी फिटनेस और फॉर्म बनाए रखते हैं, तो वह टूर्नामेंट में भारत के लिए अहम भूमिका निभा सकते हैं। टीम मैनेजमेंट उनकी फिटनेस और प्रदर्शन पर लगातार नजर बनाए हुए है।
शमी की वापसी से भारतीय टीम के तेज गेंदबाजी आक्रमण को मजबूती मिली है। अब देखना होगा कि आगामी मैचों में वह कैसा प्रदर्शन करते हैं और क्या वह टीम इंडिया के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में जगह पक्की कर पाते हैं या नहीं।
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