KNEWS DESK, ऑस्ट्रेलिया ने सिडनी में खेले गए पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच में भारत को छह विकेट से हराकर बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा जमा लिया। भारतीय टीम ने कंगारूओं के सामने 162 रन का लक्ष्य रखा था, जिसे ऑस्ट्रेलिया ने 4 विकेट गंवाकर आसानी से हासिल कर लिया। इस हार के साथ ही भारत ने न केवल सीरीज गंवा दी, बल्कि विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल की दौड़ से भी बाहर हो गया।
ऑस्ट्रेलिया ने यह सीरीज 3-1 से अपने नाम की। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में अपने स्थान को पक्का कर लिया है और अब दक्षिण अफ्रीका के साथ जून में लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर डब्ल्यूटीसी फाइनल खेलेगा। बता दें कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम पहली पारी में 185 रन पर ढेर हो गई। इसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 181 रन बनाकर भारतीय टीम को मामूली बढ़त दिलाई। भारत को दूसरी पारी में केवल 4 रन की बढ़त मिली, लेकिन फिर भी टीम उम्मीद से पीछे रह गई और दूसरी पारी में महज 157 रन पर सिमट गई। इस तरह भारत ने कुल 161 रन की बढ़त हासिल की। वहीं ऑस्ट्रेलिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होते-होते 162 रन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अपनी पारी शुरू की। हालांकि ऑस्ट्रेलिया की शुरुआत कमजोर रही और उसने सैम कोंस्टास (22), उस्मान ख्वाजा (41), मार्नस लाबुशेन (6) और स्टीव स्मिथ (4) के विकेट गंवाए। इसके बाद ट्रेविस हेड (34*) और ब्यू वेबस्टर (39*) ने 46 रन की नाबाद साझेदारी की, जो ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाने के लिए निर्णायक साबित हुई।
भारत की बुमराह की कमी
इस मैच में भारतीय टीम कप्तान जसप्रीत बुमराह के बिना मैदान पर उतरी थी। बुमराह पीठ की जकड़न से जूझ रहे थे और उनकी अनुपस्थिति में विराट कोहली ने टीम की कमान संभाली। बुमराह की कमी भारत को खली, खासकर जब टीम को विकेट लेने के लिए संघर्ष करना पड़ा। भारत की ओर से प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन विकेट लिए, जबकि मोहम्मद सिराज को एक सफलता मिली।
सीरीज और WTC के परिणाम
इस हार के साथ भारत की उम्मीदों को करारा झटका लगा। बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के साथ भारत की विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में जगह बनाने की उम्मीदें भी समाप्त हो गईं। अब ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका इस साल के जून में लॉर्ड्स में टेस्ट क्रिकेट का सर्वोच्च खिताब जीतने के लिए भिड़ेंगे।