KNEWS DESK- पंजाब किंग्स ने अपने नए होम ग्राउंड पर चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) को 18 रनों से हराकर IPL 2025 में अपनी तीसरी जीत दर्ज की। इस जीत के बाद एक बड़ा सवाल क्रिकेट प्रेमियों के मन में आया कि आखिर कप्तान श्रेयस अय्यर ने चहल को सिर्फ एक ओवर ही क्यों फेंकवाया? चहल को पूरे ओवर गेंदबाजी से रोकने के बारे में कप्तान अय्यर ने खुद अपना पक्ष रखा और इसे एक सोची-समझी रणनीति बताया।
मैच के बाद जब श्रेयस अय्यर से इस फैसले के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने इसका खुलासा करते हुए बताया कि यह एक पूरी तरह से रणनीतिक कदम था। अय्यर के मुताबिक, मैच के उस समय दुबे और कॉनवे क्रीज पर थे, और दोनों ने मिडिल ओवर्स में कुछ गेंदों का सामना किया था। अय्यर का मानना था कि अगर वह चहल को गेंदबाजी पर लगाते, तो दुबे और कॉनवे आक्रामक हो सकते थे, जिससे मैच का रुख बदल सकता था।
अय्यर ने कहा, “चहल स्मार्ट बॉलर हैं, इसमें कोई शक नहीं। लेकिन उस समय मेरी रणनीति थी कि मुझे पेसर के साथ बने रहना चाहिए। मैं जानता था कि हमारी टीम के पेसर्स की स्लोअर डिलीवरी काम कर सकती है।”
आईपीएल के इतिहास में सबसे सफल गेंदबाज माने जाने वाले युजवेंद्र चहल को इस मैच में सिर्फ 1 ओवर फेंकने का मौका मिला। उन्होंने 17वां ओवर किया, जिसमें उन्होंने केवल 9 रन दिए। हालांकि, चहल की कम गेंदबाजी के बावजूद, कप्तान अय्यर के फैसले ने टीम को सफलता दिलाई।
चहल के बॉलिंग के कम ओवर होने पर पंजाब किंग्स के कप्तान की रणनीति पर सवाल उठना लाजमी था, लेकिन श्रेयस अय्यर ने अपने फैसले को सही ठहराया। उनका मानना था कि पेसर के साथ बने रहकर वह उस समय के परिस्थिति के हिसाब से अधिक प्रभावी साबित हो सकते थे।
भारत के दिग्गज क्रिकेटर हनुमा विहारी ने श्रेयस अय्यर की कप्तानी की जमकर तारीफ की है। विहारी ने चहल को गेंदबाजी से दूर रखने के फैसले को मास्टरस्ट्रोक बताया और कहा, “यह मायने नहीं रखता कि आपके पास कितने तीर हैं, बल्कि यह मायने रखता है कि आप उनका उपयोग कैसे करते हैं। श्रेयस अय्यर ने यही किया, उन्होंने चहल जैसे बडे़ नाम को गेंदबाजी से दूर रखा और टीम को जीत दिलाने में सफलता पाई।”
पंजाब किंग्स ने चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ शानदार खेल दिखाया और अपने होम ग्राउंड पर एक महत्वपूर्ण जीत हासिल की। इस जीत के बाद, पंजाब किंग्स ने IPL 2025 में अपनी तीसरी जीत दर्ज की और अब तक चार मैचों में तीन जीत के साथ मजबूती से प्रतियोगिता में कदम रखा है। श्रेयस अय्यर की कप्तानी और उनके द्वारा लिए गए निर्णय इस मैच को विशेष बनाते हैं, जहां टीम की रणनीति ने बड़े नामों के होते हुए भी जीत सुनिश्चित की।
ये भी पढ़ें- हाई-स्कोरिंग मुकाबले में लखनऊ ने केकेआर को 4 रन से हराया, निकोलस पूरन बने जीत के हीरो