KNEWS DESK, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी टेस्ट में भारत की हार के बाद भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर ने मीडिया से बातचीत की और हार को पूरी टीम की जिम्मेदारी बताया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने सीनियर खिलाड़ियों के भविष्य के बारे में भी विचार व्यक्त किए।
गंभीर ने टीम के प्रदर्शन पर अपनी स्पष्ट राय दी और कहा कि यह एक टीम गेम था, जिसमें सभी खिलाड़ियों का योगदान था। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “मेरा काम अपने काम के प्रति ईमानदार रहना है और सभी खिलाड़ियों के प्रति भी ईमानदारी से पेश आना है। ऐसा नहीं है कि मैं कुछ खिलाड़ियों को प्राथमिकता देता हूं, मेरा काम हर खिलाड़ी को समान नजरिए से देखना है, चाहे वह डेब्यू कर रहा हो या जिसने 100 टेस्ट खेले हों। सभी को समान नजरिए से देखना मेरा काम है।” उनका यह बयान भारतीय टीम के सीनियर खिलाड़ियों को लेकर था, खासकर विराट कोहली और रोहित शर्मा के प्रदर्शन पर।
कोहली और रोहित के भविष्य पर गंभीर का बयान
जब गंभीर से कोहली और रोहित के भविष्य के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा, “यह सब उनके रन बनाने की ‘भूख’ पर निर्भर करता है। खिलाड़ी खुद जानते हैं कि उनके अंदर कितनी भूख है और वे टीम के लिए कितना योगदान दे सकते हैं।” गंभीर ने आगे कहा, “टीम के हर सदस्य को यह पता है कि उनमें क्या कमी है, और सभी खिलाड़ी अपने प्रति ईमानदार हैं। मैं खुद को लकी मानता हूं कि ऐसी टीम के साथ काम कर रहा हूं, जहां हर खिलाड़ी अपनी भूख को जानता है और टीम के हित में निर्णय लेने से पीछे नहीं हटता।”
रोहित के फैसले पर गंभीर का समर्थन
रोहित शर्मा के आखिरी टेस्ट मैच न खेलने पर गंभीर ने कहा, “जब कोई कप्तान ऐसा फैसला लेता है, तो मुझे नहीं लगता कि यह बुरा है। यह समझदारी का मामला है, और टीम को पहले रखना सही निर्णय था। रोहित ने वही किया, जो टीम के लिए सर्वोत्तम था।”
भारत की हार पर गंभीर की प्रतिक्रिया
गंभीर ने भारत की हार पर कहा, “हम सीरीज जीत सकते थे। हमने पहला टेस्ट जीता था, अगर मेलबर्न टेस्ट के आखिरी सत्र में हम जीत जाते, तो सीरीज 1-1 की हो जाती। सिडनी में भी हमारे पास जीतने के मौके थे, लेकिन हमारी बल्लेबाजी नहीं चली और हम वहां हार गए। लेकिन मैं यहां किसी एक को जिम्मेदार नहीं ठहराऊंगा। यह एक टीम गेम था और हम टीम के तौर पर हारे हैं।”
गंभीर ने गेंदबाजों की तारीफ की
गंभीर ने भारतीय तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “बुमराह और सिराज ने इस सीरीज में शानदार गेंदबाजी की। मैंने भारतीय क्रिकेट में ऐसी गेंदबाजी पहले कभी नहीं देखी। सिराज ने बुमराह का बराबरी से साथ दिया और बुमराह ने एक बड़े गेंदबाज की तरह प्रदर्शन किया। बुमराह के लिए यह सीरीज यादगार रही है।”
ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज 3-1 से जीती
ऑस्ट्रेलिया ने यह सीरीज 3-1 से अपने नाम की। भारत को 162 रनों का लक्ष्य मिला था, लेकिन तीसरे दिन का खेल शुरु होने के बाद भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह से फ्लॉप हो गई और टीम केवल 157 रन पर सिमट गई। तेज गेंदबाज प्रसिद्ध कृष्णा ने तीन विकेट चटकाए, लेकिन ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने धैर्य दिखाते हुए मैच में अपनी पकड़ बनाए रखी और अंत में जीत दर्ज की।