KNEWS DESK – भारतीय क्रिकेट टीम का इंग्लैंड दौरा अब खत्म हो चुका है और टीम इंडिया फिलहाल एक महीने के ब्रेक पर जा रही है। इसके बाद भारत का अगला मिशन एशिया कप 2025 होगा, जिसकी शुरुआत 9 सितंबर से हो रही है। इस टूर्नामेंट को लेकर बीसीसीआई, टीम मैनेजमेंट और करोड़ों क्रिकेट फैंस की उम्मीदें टिकी हैं। खास बात ये है कि इस टूर्नामेंट में भारत के तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी तय मानी जा रही है।
15 महीने बाद टी20 में दिखेंगे बुमराह
जसप्रीत बुमराह ने आखिरी बार T20 इंटरनेशनल मुकाबला टी20 वर्ल्ड कप 2024 में खेला था। इसके बाद से उन्होंने इस फॉर्मेट से दूरी बना रखी थी। पिछले 15 महीनों में बुमराह ने एक भी T20I मुकाबला नहीं खेला है। ऐसे में एशिया कप के ज़रिए उनका मैदान पर लौटना, खासकर T20 फॉर्मेट में, फैंस के लिए किसी जश्न से कम नहीं होगा।
एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी में नहीं खेले आखिरी टेस्ट
वर्कलोड मैनेजमेंट के तहत बुमराह को हाल ही में खत्म हुई एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के आखिरी टेस्ट से भी आराम दिया गया था। लगातार पीठ की समस्याओं से जूझ रहे बुमराह को बीसीसीआई बेहद सतर्कता के साथ उपयोग कर रही है, ताकि वो बड़े टूर्नामेंट्स में पूरी तरह फिट होकर खेल सकें।
एशिया कप गौतम गंभीर के लिए पहली बड़ी चुनौती
टीम इंडिया के नए हेड कोच गौतम गंभीर के लिए यह टूर्नामेंट बतौर कोच पहला बड़ा इम्तिहान होगा। T20I फॉर्मेट में गंभीर की रणनीति और बुमराह जैसे अनुभवी गेंदबाज़ की वापसी भारत को खिताब का प्रबल दावेदार बना सकती है। गंभीर और बुमराह की जोड़ी मैदान पर कितना धमाल मचाएगी, ये देखना दिलचस्प होगा।
बीसीसीआई अब बुमराह को वाइट बॉल फॉर्मेट— T20 और वनडे— के लिए तैयार कर रही है। घरेलू टेस्ट सीरीज में उनकी मौजूदगी फिलहाल मुश्किल लग रही है। इंग्लैंड सीरीज में भी बुमराह ने पहले से तय प्लान के तहत सिर्फ तीन टेस्ट खेले। सूत्रों की मानें तो बुमराह को एशिया कप के बाद ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी अहम रोल में देखा जा सकता है।
टीम इंडिया के लिए बुमराह सिर्फ एक गेंदबाज़ नहीं, बल्कि एक मैच विनर हैं। उनकी वापसी से टीम को नई ऊर्जा मिलेगी, खासतौर पर डेथ ओवर्स में उनका अनुभव टीम की मजबूती को और बढ़ा देगा। एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में उनकी मौजूदगी से भारत की खिताबी उम्मीदों को जबरदस्त बल मिलेगा।