भारत-पाकिस्तान मैच रद्द करने की मांग पर BCCI ने तोड़ी चुप्पी, बताए पाक से न खेलने के 4 बड़े नुकसान

KNEWS DESK- एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मुकाबले को लेकर जारी बहस के बीच बीसीसीआई (भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने एक बड़ा बयान जारी किया है। हाल के दिनों में सोशल मीडिया पर बड़ी संख्या में फैंस ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच का बहिष्कार करने की मांग की, लेकिन अब BCCI ने पाकिस्तान से न खेलने के संभावित चार बड़े नुकसान गिनाए हैं।

BCCI का पहला और अहम तर्क राजस्व हानि है। भारत-पाकिस्तान मैच दुनियाभर में सबसे ज्यादा देखे जाने वाले क्रिकेट मुकाबलों में से एक है। अगर यह मुकाबला नहीं होता है तो स्पॉन्सरशिप, ब्रॉडकास्टिंग राइट्स और विज्ञापन से होने वाली कमाई पर बड़ा असर पड़ेगा। इस तरह न केवल आयोजक बल्कि BCCI की आय भी प्रभावित होगी।

दूसरा नुकसान यह है कि भारत-पाकिस्तान मैच न होने से एशिया कप जैसा बड़ा टूर्नामेंट फ्लॉप हो सकता है। इन दोनों देशों के बीच मुकाबला ही टूर्नामेंट का सबसे बड़ा आकर्षण होता है। अगर यह मैच नहीं होता, तो दर्शकों की रुचि कम हो सकती है, जिससे आयोजकों और प्रायोजकों की भागीदारी भी प्रभावित होगी।

BCCI ने यह भी संकेत दिया है कि अगर भारत पाकिस्तान से नहीं खेलता है, तो इससे एशियन क्रिकेट काउंसिल में भारत की पकड़ कमजोर हो सकती है। पाकिस्तान इस स्थिति का फायदा उठाकर अन्य छोटे क्रिकेट बोर्डों को भारत के खिलाफ कर सकता है, जिससे भारत का क्षेत्रीय दबदबा घट सकता है।

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) में भारत का बड़ा प्रभाव है। लेकिन BCCI का कहना है कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंध खत्म होते हैं, तो आईसीसी की राजनीति में भारत की ताकत कमजोर हो सकती है। खासकर जब किसी मुद्दे पर वोटिंग होती है, तो भारत को एशियाई देशों का समर्थन मिलता है, जिसमें पाकिस्तान भी कई बार शामिल रहा है। पाकिस्तान के पूरी तरह विरोधी खेमे में चले जाने से भारत की स्थिति असंतुलित हो सकती है।

जहां एक ओर फैंस और कुछ राजनीतिक संगठनों की ओर से पाकिस्तान के साथ खेलने का विरोध हो रहा है, वहीं बीसीसीआई का रुख स्पष्ट है कि क्रिकेटिंग फैसले भावना नहीं, रणनीति से लिए जाते हैं। क्रिकेट केवल खेल नहीं, एक बड़ा वैश्विक मंच बन चुका है, जहां हर फैसले के दूरगामी परिणाम होते हैं।