UPI Digital Payment: अब स्मार्ट चश्मे और वॉइस कमांड से होगा UPI भुगतान, नहीं पड़ेगी पिन की जरूरत

KNEWS DESK- अगर आप रोज़मर्रा के छोटे-छोटे भुगतान के लिए UPI का इस्तेमाल करते हैं, तो आज से आपका अनुभव बिल्कुल बदलने वाला है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) ने UPI पेमेंट में कुछ बड़े बदलाव किए हैं, जिनसे डिजिटल ट्रांजेक्शन अब और भी तेज़, आसान और सुरक्षित हो जाएगा।

अब यूजर्स स्मार्ट चश्मों (Smart Glasses) के ज़रिए सिर्फ क्यूआर कोड स्कैन करके और वॉइस कमांड देकर UPI Lite के माध्यम से भुगतान कर सकेंगे। इसके लिए न तो मोबाइल फोन की ज़रूरत होगी और न ही किसी पिन की। यानी अब पेमेंट होगा पूरी तरह हैंड्स-फ्री और पिन-फ्री।

यह नई सुविधा ग्लोबल फिनटेक फेस्ट 2025 में लॉन्च की गई, जहां भारतीय रिज़र्व बैंक के डिप्टी गवर्नर टी. रबी शंकर ने डिजिटल पेमेंट इनोवेशन की घोषणा की। NPCI ने बताया कि पहनने योग्य चश्मों के जरिए किए जाने वाले इन लेन-देन में यूजर्स सिर्फ “देखो, बोलो, भुगतान करो” के फॉर्मेट में पेमेंट पूरा कर सकते हैं।

https://x.com/UPI_NPCI/status/1975557125108834708?

क्या है UPI Lite?

UPI Lite खासतौर पर छोटे और बार-बार होने वाले भुगतानों के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह कोर बैंकिंग सिस्टम पर कम निर्भर करता है, जिससे पेमेंट की सफलता दर अधिक रहती है और ट्रांजेक्शन बेहद तेज़ी से पूरा होता है।

कैसे करेगा काम?

यूजर स्मार्ट ग्लास पहनकर क्यूआर कोड स्कैन करेगा। वॉइस कमांड देकर भुगतान की अनुमति देगा। UPI Lite तुरंत पेमेंट प्रोसेस करेगा — बिना पिन और बिना फोन के।

डिजिटल इंडिया की दिशा में बड़ा कदम

NPCI के अनुसार, यह फीचर न केवल यूजर्स को अधिक सुविधा देगा बल्कि डिजिटल भुगतान को और भी सुलभ बनाएगा। इससे उन परिस्थितियों में भी पेमेंट करना संभव होगा, जहां फोन निकालना या स्क्रीन टच करना मुश्किल होता है। भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (NPCI) देश में खुदरा भुगतान और निपटान प्रणाली का संचालन करने वाला प्रमुख संगठन है। यह भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय बैंक संघ (IBA) की संयुक्त पहल है, जिसका उद्देश्य भारत को पूरी तरह कैशलेस और डिजिटल अर्थव्यवस्था की ओर ले जाना है। अब UPI पेमेंट का नया युग शुरू हो चुका है न मोबाइल, न पिन, बस “देखो, बोलो, भुगतान करो!”