KNEWS DESK- चांदी के दामों में लगातार उतार-चढ़ाव का सिलसिला जारी है। कुछ दिन पहले तक रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच चुकी चांदी की कीमतों में अब बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। रिकॉर्ड 1,85,000 रुपये प्रति किलो के स्तर को छूने के बाद अब चांदी की कीमत 1,52,000 रुपये प्रति किलो पर आ गई है। यानी सिर्फ एक हफ्ते में चांदी 12,000 रुपये सस्ती हो चुकी है।

चांदी के दामों में उतार-चढ़ाव
बीते सप्ताह के आंकड़ों पर नजर डालें तो 21 अक्टूबर को चांदी 1,64,000 रुपये प्रति किलो थी, जबकि 29 अक्टूबर को यह घटकर 1,52,000 रुपये रह गई।
- 22 अक्टूबर: ₹1,60,000 प्रति किलो
- 23 अक्टूबर: ₹1,59,000 प्रति किलो
- 24 से 27 अक्टूबर: ₹1,55,000 प्रति किलो (स्थिर)
- 28 अक्टूबर: ₹1,51,000 प्रति किलो
- 29 अक्टूबर: ₹1,52,000 प्रति किलो (₹1,000 की बढ़ोतरी)
हालांकि सोमवार को इसमें हल्की तेजी दर्ज की गई और कीमतें 1,000 रुपये प्रति किलो बढ़कर 1,52,000 रुपये के स्तर पर पहुंच गईं।
क्यों गिर रहे हैं चांदी के दाम?
विशेषज्ञों के अनुसार, चांदी की कीमतों में हालिया गिरावट के पीछे कई प्रमुख कारण हैं —
- डॉलर की मजबूती: अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर के मजबूत होने से कीमती धातुओं की कीमतों पर दबाव पड़ा है।
- निवेशकों का घटता रुझान: सोने और चांदी जैसे कीमती धातुओं में निवेशकों की दिलचस्पी कुछ कम हुई है।
- औद्योगिक मांग में सुस्ती: इलेक्ट्रॉनिक और सोलर इंडस्ट्री में चांदी की मांग कम होने से कीमतों में नरमी आई है।
आगे क्या रहेगा रुख?
ट्रेडरों का मानना है कि आने वाले समय में यदि वैश्विक बाजारों में आर्थिक गतिविधियों में सुधार होता है और फेस्टिव सीजन की मांग बढ़ती है, तो चांदी की कीमतों में फिर से तेजी देखने को मिल सकती है। फिलहाल बाजार में स्थिरता बनी हुई है और निवेशक स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
एक ओर जहां निवेशकों के लिए चांदी की मौजूदा कीमतें खरीदारी का मौका साबित हो सकती हैं, वहीं विशेषज्ञ सलाह देते हैं कि अभी निवेश से पहले बाजार की अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों और मांग की स्थिति को ध्यान में रखना चाहिए। फिलहाल के लिए, चांदी के बाजार में नरमी का रुख जारी है, लेकिन आने वाले हफ्तों में इसमें उछाल की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता।