शेयर बाजार में दर्ज हुई भारी गिरावट, निवेशकों के 7 लाख करोड़ रुपये हुए स्वाहा

KNEWS DESK, भारत के शेयर बाजार में कारोबारी हफ्ते के आखिरी दिन आज भारी गिरावट देखने को मिली है। सेंसेक्स में 1100 अंक की गिरावट आई है और यह 80,230 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। वहीं निफ्टी में भी 300 अंक से अधिक की गिरावट देखने को मिल रही है। बैंकिंग, आईटी और एनर्जी सेक्टर्स के शेयरों में बिकवाली के चलते इस गिरावट का प्रमुख कारण सामने आया है। इसके परिणामस्वरूप, निवेशकों के लगभग 7 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है।

Stock Market Crash: साल की सबसे बड़ी गिरावट... सेंसेक्‍स 1600 अंक से  ज्‍यादा टूटा, निवेशकों के 4.7 लाख करोड़ डूबे - Share Market Crash Big  Downfall Sensex over 1600 point Down 4

शेयर बाजार में आज आखिरी दिन गिरावट दर्ज की गई है। सेंसेक्स और निफ्टी कई अंकों तक नीचे गिर के आज व्यापार कर रहा है। मिडकैप और स्मॉलकैप सेक्टर्स में भी गिरावट देखने को मिली है। इन दोनों ही इंडेक्स में भारी दबाव नजर आ रहा है, जिससे निवेशकों के चेहरे पर चिंता का बादल मंढ़रा गया है। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से केवल एक स्टॉक, भारती एयरटेल तेजी के साथ कारोबार कर रहा है, जबकि बाकी 29 शेयर गिरावट में हैं। टाटा स्टील और स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) के शेयरों में सबसे अधिक गिरावट आई है। सेंसेक्स के प्रमुख शेयरों में सबसे बड़ी गिरावट टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू स्टील, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक, महिंद्रा एंड महिंद्रा, लार्सन एंड टूब्रो, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयरों में देखने को मिली। वहीं भारती एयरटेल, नेस्ले, अडानी पोर्ट्स और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में बढ़त दर्ज की गई।

निवेशकों को हुआ भारी नुकसान

शेयर बाजार में इस गिरावट के कारण निवेशकों के लगभग 6.82 लाख करोड़ रुपये डूब गए हैं। बीएसई पर लिस्टेड स्टॉक्स का मार्केट कैप घटकर 651.33 लाख करोड़ रुपये पर पहुंच गया है, जबकि पिछले कारोबारी सत्र में यह 458.15 लाख करोड़ रुपये था। इसका सीधा असर निवेशकों के पोर्टफोलियो पर पड़ा है, जिससे बाजार में निराशा का माहौल है।

गिरावट के कारण

आज की गिरावट के कई कारण रहे हैं। सबसे बड़ा कारण मुनाफावसूली बताया जा रहा है, जहां निवेशक अपनी कमाई को वापस निकालने के लिए शेयर बेच रहे हैं। इसके अलावा, ग्लोबल संकेत भी नकारात्मक रहे हैं, जो भारतीय बाजार पर दबाव डालने का काम कर रहे हैं। कुछ हैवीवेट शेयर जैसे रिलायंस और टाइटन के शेयर भी 1 प्रतिशत से ज्यादा गिर चुके हैं। इसके अलावा एचडीएफसी बैंक के शेयरों में भी दबाव बढ़ता दिख रहा है। विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) द्वारा बृहस्पतिवार को 3,560.01 करोड़ रुपये के शेयर बेचने से भी बाजार में हलचल मची है। वैश्विक स्तर पर ब्रेंट क्रूड की कीमतों में भी गिरावट आई है, जो 0.04 प्रतिशत घटकर 73.38 डॉलर प्रति बैरल पर आ गई है।

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