KNEWS DESK, शेयर बाजार में गिरावट, सेंसेक्स और निफ्टी फिर प्रभावित हुए हैं। रुपए में मामूली मजबूती आई है। साथ ही ग्लोबल ट्रेंड्स में कमजोरी और विदेशी पूंजी की निकासी के चलते सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर गिरावट देखने को मिली।
शेयर बाजार में फिर गिरावट आई। जिससे सेंसेक्स और निफ्टी में नुकसान हुआ है। घरेलू बाजार के प्रमुख सूचकांकों ने शुरूआती कारोबार में ही नुकसान दर्ज किया। इस गिरावट का असर मुद्रा बाजार पर भी पड़ा, जहां रुपये ने अमेरिकी डॉलर के मुकाबले मामूली मजबूती का प्रदर्शन किया।
शेयर बाजार में गिरावट
बीएसई के 30 शेयर वाले सूचकांक सेंसेक्स ने 281.74 अंकों की गिरावट के साथ 80,902.19 अंक पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी भी 81.45 अंकों की कमी के साथ 24,770.70 अंक पर आ गया। सेंसेक्स में सूचीबद्ध प्रमुख कंपनियों में अदाणी पोर्ट्स, टाटा स्टील, एनटीपीसी, पावर ग्रिड, महिंद्रा एंड महिंद्रा, और टाटा मोटर्स के शेयरों में सबसे अधिक नुकसान हुआ। इसके बावजूद, कुछ कंपनियों के शेयरों ने तेजी का रुख अपनाया, जिनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर, एशियन पेंट्स, इंफोसिस, और टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज शामिल हैं।
रुपये में मामूली मजबूती
घरेलू शेयर बाजार में नरम रुख के बावजूद, सोमवार को रुपया एक पैसे की बढ़त के साथ 83.94 प्रति डॉलर पर पहुंच गया। विदेशी मुद्रा कारोबारियों के अनुसार, कच्चे तेल की कीमतों में नरमी और डॉलर सूचकांक में कमजोरी से रुपये को समर्थन मिला। अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया 83.96 प्रति डॉलर पर खुला और बाद में 83.85 पर पहुंच गया।
एशियाई बाजारों का प्रभाव
एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट, जापान का निक्की-225 और हांगकांग का हैंगसेंग सभी नुकसान में रहे। शुक्रवार को अमेरिकी बाजार भी नकारात्मक रुख के साथ बंद हुए थे, जिसका असर भारतीय बाजार पर देखा गया। डॉलर सूचकांक 0.10 प्रतिशत की गिरावट के साथ 101.28 अंक पर रहा।
इस कीमत के शेयर बेचे
विदेशी संस्थागत निवेशक ने शुक्रवार को शेयर बाजार में बिकवाली की और शुद्ध रूप से 620.95 करोड़ रुपये की कीमत के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड वायदा 1.24 प्रतिशत की बढ़त के साथ 71.94 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार कर रहा है। इस तरह के वैश्विक और घरेलू संकेतों के बीच, निवेशकों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है, जबकि बाजार की दिशा में संभावित बदलाव के लिए निगरानी जारी रखी जाएगी।