अक्टूबर में 21 दिन बैंक रहेंगे बंद, त्योहारों की भीड़भाड़ के बीच पहले बना लें प्लान

डिजिटल डेस्क- अक्टूबर का महीना त्योहारों से भरा हुआ है दशहरा, दिवाली, भाई दूज से लेकर छठ पूजा तक कई बड़े पर्व इसी महीने में पड़ रहे हैं। यही वजह है कि इस बार अक्टूबर में बैंकों की छुट्टियां भी सामान्य से कहीं अधिक होंगी। रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के अवकाश कैलेंडर के अनुसार, अक्टूबर 2025 में देशभर में बैंकों पर कुल 21 दिन ताले लटकेंगे। बैंकिंग सेवाओं का सीधा असर आम लोगों से लेकर कारोबारियों तक पर पड़ता है। ऐसे में त्योहारों के मौसम में जब खरीदारी, लेन-देन और यात्रा का दबाव सबसे ज्यादा होता है, तब लंबी छुट्टियां कई बार मुश्किल खड़ी कर सकती हैं। इसलिए बैंकिंग से जुड़े जरूरी कामों को निपटाने के लिए पहले से योजना बनाना बेहद ज़रूरी है।

किन-किन वजहों से बंद रहेंगे बैंक?

  • त्योहारों की छुट्टियां: विजयदशमी (1 अक्टूबर), गांधी जयंती (2 अक्टूबर), लक्ष्मी पूजा, वाल्मीकि जयंती, करवा चौथ, दिवाली और छठ पूजा जैसे बड़े पर्व पूरे महीने अलग-अलग राज्यों में बैंकों की बंदी का कारण बनेंगे।
  • साप्ताहिक अवकाश: हर रविवार और दूसरे-चौथे शनिवार को बैंक बंद रहते हैं। अक्टूबर में कुल 8 दिन इसी वजह से छुट्टी होगी।
  • क्षेत्रीय अवकाश: कुछ राज्यों में स्थानीय त्योहार जैसे कुमार पूर्णिमा, काली पूजा और चित्रगुप्त जयंती पर भी बैंक बंद रहेंगे।

डिजिटल लेन-देन रहेगा बेअसर

लंबी छुट्टियों से ग्राहकों को भले ही परेशानी हो, लेकिन राहत की बात यह है कि डिजिटल बैंकिंग पूरी तरह सक्रिय रहेगी। यूपीआई, नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग और एटीएम सेवाएं 24×7 उपलब्ध रहेंगी। हालांकि, त्योहारों पर नकदी की मांग बढ़ने से एटीएम में कैश की कमी की समस्या आ सकती है, इसलिए पहले से कैश की व्यवस्था करना समझदारी होगी।

कारोबारियों और वेतनभोगियों के लिए अहम

त्योहारों का सीजन खुदरा कारोबार और ई-कॉमर्स सेक्टर के लिए सबसे अहम होता है। बैंकों की छुट्टियों का सीधा असर पैसों के लेन-देन और चेक क्लीयरिंग पर पड़ेगा। वहीं, महीने के मध्य और अंत में सैलरी ट्रांसफर और पेमेंट्स का भी दबाव रहता है। इसलिए वित्तीय संस्थाएं और कारोबारी पहले से बैकअप तैयार कर रहे हैं।

त्योहारों की रौनक और नकदी की बढ़ती मांग

त्योहारों पर सोना-चांदी की खरीद, घर-गाड़ी की बुकिंग और ऑनलाइन शॉपिंग का ट्रेंड बढ़ जाता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार दिवाली और छठ जैसे बड़े त्योहारों के कारण बाजार में कैश फ्लो काफी बढ़ने वाला है। ऐसे में बैंक छुट्टियां उपभोक्ताओं और व्यापारियों दोनों के लिए चुनौती बन सकती हैं।