KNEWS DESK – भारत में डिजिटलाइजेशन की दिशा में तेजी से कदम बढ़ाए जा रहे हैं और इस पर हर स्तर पर चर्चा हो रही है। इस संदर्भ में Open Network for Digital Commerce (ONDC) के गैर-कार्यकारी अध्यक्ष आर.एस. शर्मा ने भारत की डिजिटल पहल की सराहना की। उन्होंने भारत के डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (DPI) की भूमिका को महत्वपूर्ण बताया और कहा कि आधार कार्ड, UPI और ONDC जैसे प्लेटफॉर्म्स ने भारत को डिजिटल दिशा में गति दी है।
UPI पर प्रतिदिन 5 लाख ट्रांजेक्शन
आर.एस शर्मा ने कहा कि UPI, जो भारत में डिजिटल ट्रांजेक्शन का मुख्य माध्यम बन चुका है, पर प्रतिदिन 0.5 मिलियन यानी 5 लाख ट्रांजेक्शन होते हैं। इस आंकड़े से यह स्पष्ट होता है कि भारत में डिजिटल भुगतान का वातावरण तेजी से बढ़ रहा है। इसके अलावा, UPI पर हर महीने 15 मिलियन ट्रांजेक्शन होते हैं, जो डिजिटल भुगतान के बढ़ते उपयोग को दर्शाता है। शर्मा ने इस बात का भी उल्लेख किया कि ONDC ने डिजिटल कॉमर्स की दुनिया में नई ऊंचाईयों को छुआ है।
ONDC का नया विकास
ONDC के बारे में बात करते हुए आर.एस. शर्मा ने बताया कि इस प्लेटफॉर्म ने बिक्री और लॉजिस्टिक्स को अलग-अलग कर दिया है, जिससे विक्रेता और खरीदार एक ही मंच पर आकर लेन-देन कर सकते हैं। इस विकास से डिजिटल व्यापार में पारदर्शिता और क्षमता बढ़ी है। शर्मा ने यह भी कहा कि जब आधार और UPI जैसे प्लेटफॉर्म्स की शुरुआत हुई थी, तो लोग उन्हें समझ नहीं पाते थे, लेकिन आज वे डिजिटल भुगतान का अभिन्न हिस्सा बन चुके हैं। ONDC भी जल्द ही एक ऐसा प्लेटफॉर्म बन सकता है, जिसे लोग पूरी तरह से अपनाएंगे।
दुनिया भर में चुनिंदा प्लेटफॉर्म्स की बढ़ती संख्या
अल्गोरंड इंडिया समिट 2024 में भाग लेने के दौरान आर.एस शर्मा ने कहा कि वर्तमान में दुनिया में गूगल, व्हाट्सएप, फेसबुक और कुछ मोबाइल ऑपरेटिंग सिस्टम ही प्रमुख हैं। शर्मा ने यह चिंता भी जाहिर की कि ऐसे प्लेटफॉर्म्स की कमान कुछ चुनिंदा लोगों के हाथ में है, और भारत ऐसा नहीं चाहता। उन्होंने कहा, “हमें एक ऐसा समाधान चाहिए, जिसकी पहुंच सभी तक आसानी से हो सके।” इसके लिए DPI एक बेहतरीन उदाहरण है, जो भारतीय डिजिटल अवसंरचना की मजबूत नींव का प्रतीक है। शर्मा ने यह भी उल्लेख किया कि इस दृष्टिकोण से भारत अब डिजिटल दुनिया में अग्रणी देशों की सूची में शामिल हो गया है।
भारत की डिजिटल पहल
आखिरकार, शर्मा ने यह बताया कि भारत में डिजिटलाइजेशन की दिशा में चल रही पहलें देश के लिए एक मजबूत भविष्य की दिशा तय कर रही हैं। ONDC, UPI और आधार कार्ड जैसे प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी तमाम पहलें भारत को डिजिटल और वित्तीय रूप से समृद्ध बनाने में सहायक साबित हो रही हैं। इस प्रकार, भारत की डिजिटल विकास की यात्रा दुनिया के अन्य देशों के लिए एक प्रेरणा बन सकती है।