रिकॉर्ड हाई के बाद सोना-चांदी की कीमतों में बड़ी गिरावट, जानिए क्या हैं वजह

KNEWS DESK- सोना और चांदी के दाम जो हाल ही में रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचे थे, अब तेजी से नीचे आ रहे हैं। बीते कुछ दिनों से दोनों धातुओं में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि आने वाले दिनों में इसमें और गिरावट देखने को मिल सकती है।

एशियाई बाजार में लगातार तीसरे दिन गिरावट

गुरुवार को एशियाई बाजारों में सोने की कीमतों में लगातार तीसरे दिन गिरावट दर्ज की गई। हाजिर सोना करीब 4,090 डॉलर प्रति औंस तक आ गया है। जबकि इस हफ्ते की शुरुआत में यह 4,381 डॉलर प्रति औंस तक पहुंच गया था। यानी सोने में लगभग 10% की गिरावट आई है। इसी तरह चांदी के भाव में भी भारी गिरावट देखी गई है। यह 54.5 डॉलर प्रति औंस से नीचे फिसलकर लगभग 10% टूट गई है।

घरेलू बाजार में भी असर सोना ₹9,000 और चांदी ₹22,000 सस्ती

एमसीएक्स (MCX) पर सोने का रिकॉर्ड हाई स्तर ₹1,32,294 प्रति 10 ग्राम था, लेकिन अब यह गिरकर ₹1,22,300 प्रति 10 ग्राम तक आ गया है। यानी करीब ₹9,000 की गिरावट। हालांकि आज इसमें हल्की रिकवरी देखने को मिली और सोना ₹1,855 बढ़कर ₹1,23,712 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।

चांदी की बात करें तो इसका रिकॉर्ड हाई ₹1,70,415 प्रति किलो था, जो अब घटकर ₹1,45,900 प्रति किलो तक आ गया है — यानी करीब ₹24,000 की गिरावट। हालांकि आज के कारोबार में चांदी ₹2,642 चढ़कर ₹1,48,200 प्रति किलो पर पहुंच गई है।

IBJA रेट्स में भी गिरावट

इंडियन बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) के अनुसार, 24 कैरेट सोना आज करीब ₹3,000 सस्ता होकर ₹1,23,827 प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है।

23 कैरेट सोना: ₹1,23,331 प्रति 10 ग्राम

22 कैरेट सोना: ₹1,13,000 प्रति 10 ग्राम

18 कैरेट सोना: ₹92,870 प्रति 10 ग्राम

वहीं, चांदी के भाव में भी एक दिन में ₹9,000 की गिरावट आई है और यह अब ₹1,51,200 प्रति किलो पर आ गई है।

गिरावट की वजह क्या है?

रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सोना-चांदी की कीमतों में आई यह तेज गिरावट कई कारणों से जुड़ी है —

मुनाफावसूली (Profit Booking):
कई महीनों की रिकॉर्ड तेजी के बाद निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया, जिससे बाजार में बिकवाली बढ़ी।

अमेरिका-चीन व्यापार तनाव में कमी:
दोनों देशों के बीच हालिया सकारात्मक संकेतों से सुरक्षित निवेश (Safe Haven) की मांग घटी है, जिसका असर सोने-चांदी की कीमतों पर पड़ा।

मजबूत डॉलर और स्थिर अमेरिकी बॉन्ड यील्ड:
डॉलर के मजबूत होने और अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड के स्थिर रहने से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग में गिरावट आई।

घरेलू मांग में सुस्ती:
धनतेरस और दिवाली के बाद अब त्योहारी सीजन की मांग कम हो गई है। ज्वेलर्स की ओर से नई खरीदारी में सुस्ती देखी जा रही है, जिससे दामों पर दबाव बना हुआ है।

आगे क्या?

बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि शॉर्ट टर्म में सोना और चांदी की कीमतों में और हल्की गिरावट संभव है। हालांकि, भू-राजनीतिक परिस्थितियों और वैश्विक आर्थिक संकेतों के आधार पर आने वाले महीनों में स्थिति फिर से बदल सकती है।

निवेशकों के लिए सलाह: फिलहाल सोना-चांदी में नई खरीदारी करने से पहले बाजार की चाल और डॉलर इंडेक्स पर नज़र रखना समझदारी होगी।