KNEWS DESK – बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री की जानी-मानी अभिनेत्री पूजा हेगड़े अपने दमदार अभिनय और खूबसूरती से लाखों दिलों पर राज करती हैं। उन्होंने अला वैकुंठपुरमुलू, मोहनजोदड़ो और राधे श्याम जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का जादू बिखेरा है। हालांकि, कई बार उन्हें सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग और नेगेटिव पीआर का सामना करना पड़ता है। हाल ही में एक इंटरव्यू में पूजा हेगड़े ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि ट्रोलिंग अब सिर्फ एक शौक या मजाक नहीं, बल्कि बड़े स्तर पर चलने वाला बिजनेस बन चुका है।
नेगेटिव पीआर से परेशान हैं पूजा हेगड़े
पूजा हेगड़े ने बताया कि सोशल मीडिया पर लगातार ट्रोलिंग और नेगेटिव पीआर से निपटना उनके लिए बहुत मुश्किल हो जाता है। उन्होंने स्वीकार किया कि वह पीआर गेम में ज्यादा अच्छी नहीं हैं, और शायद यही वजह है कि ट्रोलिंग का शिकार हो जाती हैं। उन्होंने कहा, जब कोई बार-बार मेरे बारे में नेगेटिव बातें करता है, तो ऐसा लगता है कि यह सब सोची-समझी साजिश के तहत किया जा रहा है। लोग किसी को बदनाम करने के लिए लाखों रुपये खर्च कर सकते हैं।
पूजा ने बताया कि उन्होंने इस ट्रोलिंग को रोकने के लिए अपनी टीम को कुछ लोकप्रिय मीम पेजेस से संपर्क करने के लिए कहा। लेकिन जो जानकारी सामने आई, उसने उन्हें चौंका दिया। मीम पेजेस ने पूजा की टीम को बताया कि अगर उन्हें ट्रोलिंग रोकनी है, तो उन्हें भारी रकम चुकानी होगी। इससे पूजा को एहसास हुआ कि यह सब योजनाबद्ध तरीके से किया जाता है और यह अब एक इंडस्ट्री का रूप ले चुका है।
ट्रोलिंग अब सिर्फ मजाक नहीं
पूजा हेगड़े ने कहा कि उनके लिए सबसे चौंकाने वाली बात यह थी कि ट्रोलिंग के लिए बाकायदा पैसे दिए जाते हैं। जब उन्होंने यह जानने की कोशिश की कि कौन लोग उनके खिलाफ ट्रोलिंग करवा रहे हैं, तो उन्हें पता चला कि यह सब एक बिजनेस मॉडल बन चुका है। उन्होंने कहा, जब मैं ट्रोलर्स की प्रोफाइल चेक करती हूं, तो कई बार उनके अकाउंट में न तो कोई प्रोफाइल फोटो होती है और न ही कोई पोस्ट। इसका मतलब साफ है कि ये सिर्फ ट्रोलिंग करने के लिए बनाए गए फेक अकाउंट्स होते हैं।
पूजा हेगड़े से पहले बॉलीवुड की मशहूर डांसर और अभिनेत्री नोरा फतेही भी पेड ट्रोलिंग पर खुलासा कर चुकी हैं। उन्होंने कहा था कि सोशल मीडिया पर पेड ट्रोलिंग और नेगेटिव पीआर के जरिए किसी भी सेलेब्रिटी की छवि खराब करना आजकल एक आम बात हो गई है।
क्या कहना है पूजा हेगड़े का?
पूजा ने कहा कि सोशल मीडिया ट्रोलिंग उनके परिवार को भी प्रभावित करती है। लेकिन वह अपने माता-पिता को यह समझाने की कोशिश करती हैं कि ट्रोलिंग भी एक तरह का कॉम्प्लिमेंट है, क्योंकि लोग उन्हीं को नीचे गिराने की कोशिश करते हैं, जो उनसे ऊपर होते हैं। उन्होंने कहा, मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि ट्रोलिंग क्यों होती है, लेकिन जब यह एक बिजनेस बन जाए और इसके लिए लोगों को पैसे दिए जाएं, तो यह वाकई चिंता का विषय बन जाता है।