KNEWS DESK – हिंदी सिनेमा के मशहूर निर्देशक सुभाष घई, जिन्होंने राम लखन, सौदागर, परदेस, और ताल जैसी सुपरहिट फिल्में दी हैं, हाल ही में स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के चलते बांद्रा के लीलावती अस्पताल में भर्ती हुए थे। इस खबर के सामने आने के बाद उनके फैंस और इंडस्ट्री के कई लोगों में चिंता का माहौल बन गया था। हालांकि, अब उनकी टीम की ओर से जारी किए गए हेल्थ अपडेट ने राहत की खबर दी है।
स्वास्थ्य में सुधार
सुभाष घई के प्रवक्ता ने बताया कि उन्हें नियमित जांच के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे डॉ. रोहित देशपांडे की देखरेख में ICU में थे, लेकिन अब उनकी हालत में काफी सुधार हो चुका है। प्रवक्ता ने सभी फैंस और शुभचिंतकों का धन्यवाद करते हुए कहा, “सुभाष जी अब बेहतर महसूस कर रहे हैं। हम आप सभी के प्यार और दुआओं के लिए आभारी हैं।”
स्वास्थ्य समस्याओं का पता चला
अस्पताल के अनुसार, सुभाष घई इस्केमिक हृदय रोग (Ischemic Heart Disease) के मरीज हैं और हाल ही में उन्हें हाइपोथायरायडिज्म का भी पता चला। हालांकि, डॉक्टरों की टीम ने उनकी स्थिति को नियंत्रण में बताया है।
सुभाष घई का फिल्मी सफर
1967 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले सुभाष घई को इंडस्ट्री में काम करते हुए 57 साल हो चुके हैं। एक्टर के रूप में शुरुआत करने वाले सुभाष घई ने आराधना और तकदीर जैसी फिल्मों में छोटी भूमिकाएं निभाईं, लेकिन अभिनय में ज्यादा सफलता न मिलने के बाद उन्होंने निर्देशन की ओर रुख किया।
उनकी पहली निर्देशित फिल्म कालीचरण (1976) जबरदस्त हिट साबित हुई, और इसके बाद उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में बनाईं। हीरो, खलनायक, सौदागर, और ताल जैसी फिल्मों ने उन्हें हिंदी सिनेमा के सबसे सफल निर्देशकों में से एक बना दिया।
पुरस्कार और सम्मान
सुभाष घई की रचनात्मकता और भारतीय सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कार मिले हैं। 2006 में उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित किया गया। हाल ही में उन्होंने अपनी किताब कर्मा का बालक का विमोचन किया, जो उनके अनुभवों और सिनेमा से जुड़े किस्सों को समेटे हुए है।
फैंस की प्रार्थनाओं ने दिया सहारा
जैसे ही उनकी हेल्थ अपडेट सामने आई, सोशल मीडिया पर फैंस और फिल्मी हस्तियों ने उनके जल्द स्वस्थ होने की कामना की। उनके चाहने वालों ने लिखा, “सुभाष घई जैसे प्रतिभाशाली निर्देशक का स्वस्थ रहना सिनेमा जगत के लिए बेहद जरूरी है।”