KNEWS DESK – साउथ सिनेमा के मशहूर कोरियोग्राफर जानी मास्टर (Jani Master) हाल ही में यौन उत्पीड़न के आरोपों को लेकर चर्चा में आ गए हैं। एक 21 साल की लड़की द्वारा उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों के बाद, उन्हें 19 सितंबर को पोक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार किया गया था। इस मामले ने सिनेमा और कोरियोग्राफी जगत को हिलाकर रख दिया है, खासतौर पर तब, जब जानी मास्टर का नाम कोरियोग्राफी में राष्ट्रीय पुरस्कार पाने वालों में शामिल था।
नेशनल अवॉर्ड से सम्मानित होने से पहले रद्द हुआ अवॉर्ड
जानी मास्टर को 8 अक्टूबर को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित नेशनल अवॉर्ड समारोह में 2022 के सर्वश्रेष्ठ कोरियोग्राफर के लिए सम्मानित किया जाना था। थिरुचित्रम्बलम (Thiruchitramblam) के लिए उनकी कोरियोग्राफी को यह पुरस्कार दिया जाना था। हालांकि, यौन उत्पीड़न के आरोपों के चलते सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने जानी मास्टर का नेशनल अवॉर्ड रद्द कर दिया है।
फिल्म समारोह निदेशालय की उप निदेशक इंद्राणी बोस ने इस पर बयान जारी किया, जिसमें कहा गया कि जानी मास्टर के खिलाफ लगे गंभीर आरोपों के चलते और मामला न्यायालय में लंबित होने के कारण यह निर्णय लिया गया है।
यौन उत्पीड़न के आरोप: क्या है मामला?
एक 21 साल की लड़की, जो जानी मास्टर की सहायक कोरियोग्राफर थी, ने आरोप लगाया है कि जब वह 16 साल की थी, तभी से जानी मास्टर उसका यौन उत्पीड़न कर रहे थे। इस आरोप के बाद से कोरियोग्राफर को गिरफ्तार कर लिया गया था और 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया था।
जानी मास्टर को हाल ही में 4 दिन की अंतरिम जमानत मिली है ताकि वह अपने सम्मानित नेशनल अवॉर्ड समारोह में हिस्सा ले सकें। हालांकि, अब जब उनका अवॉर्ड रद्द कर दिया गया है, तो यह जमानत उनके लिए अधिक प्रभावी नहीं रही। उन्होंने अदालत में आश्वासन दिया है कि वह 11 अक्टूबर को वापस आकर सरेंडर करेंगे।
कोरियोग्राफर की कानूनी स्थिति और परिवार पर असर
जानी मास्टर की पत्नी आयशा ने भी इस मामले में अपने पति का समर्थन किया, लेकिन इस समर्थन के चलते वह खुद कानूनी पचड़ों में फंस सकती हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट के जरिए सबूत मांगे थे, जो उन्हें कानूनी उलझन में डाल सकता है।
इस मामले के चलते जानी मास्टर की प्रतिष्ठा पर गहरा धक्का लगा है। कोरियोग्राफी की दुनिया में उनकी पहचान और उनके करियर पर यह मामला एक काले धब्बे के रूप में देखा जा रहा है। हालांकि, यह मामला अभी न्यायालय में लंबित है, और अंतिम निर्णय के बाद ही सच सामने आ पाएगा।