KNEWS DESK – अक्षय खन्ना हिंदी सिनेमा का वह नाम, जिसे हमेशा प्रतिभाशाली अभिनेताओं की लिस्ट में रखा गया, लेकिन स्टारडम की रोशनी उनसे लंबे समय तक दूर रही। 27 साल के करियर, 34 फिल्मों और अनगिनत उतार-चढ़ावों के बाद आखिरकार उनकी किस्मत ने 50 की उम्र में करवट ली है। अदित्य धर की फिल्म ‘धुरंधर’ में रहमान डकैत के दमदार किरदार से अक्षय खन्ना आज की जेन Z तक के फेवरेट बन गए हैं।
फ्लॉप शुरुआत, लेकिन दमदार पहचान
अक्षय ने 1997 में अपने पिता विनोद खन्ना के साथ ‘हिमालय पुत्र’ से डेब्यू किया, जो बॉक्स ऑफिस पर कुछ खास कमाल नहीं कर सकी। लेकिन उनकी एक्टिंग की चर्चा पूरे इंडस्ट्री में हुई। इसके बाद ‘बॉर्डर’ ने उन्हें रातोंरात चर्चा में ला दिया, पर यह सफलता टिक नहीं पाई। चार लगातार फ्लॉप—‘मोहब्बत’, ‘भाई-भाई’, ‘डोली सजा के रखना’, ‘कुदरत’—ने करियर को डगमगा दिया था।
करियर की गिरावट के दौर में उन्हें मिली ऐश्वर्या राय के साथ ‘आ अब लौट चलें’। फिल्म औसत रही, लेकिन अक्षय-ऐश्वर्या की जोड़ी सुपरहिट हो गई। इसके बाद ‘ताल’ रिलीज हुई और दर्शकों ने एक बार फिर उन्हें नोटिस किया। अक्षय की परफॉर्मेंस की खूब तारीफ हुई।
27 साल में सिर्फ दो ब्लॉकबस्टर
अक्षय ने तीन दशक में 34 फिल्मों में काम किया—
- 2 ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर: बॉर्डर, दृश्यम 2
- 8 एवरेज, 3 सेमी-हिट, कई फ्लॉप
‘दिल चाहता है’, ‘दीवानगी’, ‘हमराज़’ जैसी फ़िल्में एक्टिंग के लिए याद की जाती हैं, लेकिन कमर्शियल सफलता से अक्षय हमेशा दूर रहे।
स्टार किड पर भी नहीं लिया स्टारडम का सहारा
स्टार किड होने के बावजूद अक्षय ने कभी अपनी लाइमलाइट नहीं बनाई। न सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना| न पार्टियों में दिखना| न खुद का सेल्फ-प्रमोशन| इसी वजह से वह हमेशा एक एक्टर का एक्टर कहलाते रहे, स्टार नहीं।
‘छावा’—जहां से शुरू हुआ कमबैक
2025 की शुरुआत में रिलीज हुई लक्ष्मण उतेकर की ‘छावा’ अक्षय खन्ना के करियर का असली टर्निंग प्वॉइंट बनी। उन्होंने औरंगज़ेब के किरदार में ऐसा ट्रांसफॉर्मेशन दिखाया कि सिनेमाघरों में उनके सीन पर ताली बजने लगी। कई साल बाद दर्शकों ने कहा, “अक्षय खन्ना सच में वापस आ गए हैं!”
अब ‘धुरंधर’ में रहमान डकैत बनकर छाए
और फिर आई अदित्य धर की ‘धुरंधर’, जिसने अक्षय के 27 साल के संघर्ष को एक झटके में सार्थक कर दिया। उनका रहमान डकैत, तीखे एक्सप्रेशन्स, मजबूत स्क्रीन प्रेज़ेंस, बेहतरीन संवाद अदायगी यह सब मिलकर उन्हें फिल्म का शोस्टॉपर बना देता है। फराह खान तक ने कह दिया कि उनकी परफॉर्मेंस ऑस्कर लेवल की है।