सतीश शाह ने मौत से दो घंटे पहले रत्ना पाठक से की थी बात, कहा – ‘अब थोड़ा जीना चाहता हूं’

KNEWS DESK – बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता सतीश शाह अब इस दुनिया में नहीं हैं, लेकिन उनकी हंसी, उनके यादगार किरदार और उनकी सरलता हमेशा लोगों के दिलों में ज़िंदा रहेंगे। सतीश शाह के निधन को एक हफ्ता बीत चुका है, लेकिन उनके चाहने वालों का दुख अब तक कम नहीं हुआ है। हर कोई उन्हें सिर्फ एक कलाकार के रूप में नहीं, बल्कि एक ऐसे इंसान के रूप में याद कर रहा है, जिसने ज़िंदगी को पूरी ईमानदारी से जिया।

74 वर्षीय सतीश शाह का 25 अक्टूबर को हार्ट अटैक से निधन हो गया। वह अपनी पत्नी मधु शाह को पीछे छोड़ गए हैं, जो इस समय अल्जाइमर्स से जूझ रही हैं। सतीश और मधु की प्रेम कहानी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी — दोनों ने लव मैरिज की थी और सतीश अक्सर कहा करते थे कि उनकी ज़िंदगी की हर सफलता के पीछे मधु का हाथ है। वह उन्हें अपना लकी चार्म मानते थे और हमेशा उनके साथ लंबा जीवन बिताने की इच्छा रखते थे। दुर्भाग्य से, उनकी यह ख्वाहिश अधूरी रह गई।

हाल ही में सोशल मीडिया पर सतीश शाह का एक पुराना वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें वह कहते नज़र आ रहे हैं कि उन्हें “जल्दी मरना नहीं है।” वह बताते हैं कि उन्होंने फिल्मों और सार्वजनिक कार्यक्रमों से दूरी इसलिए बनाई थी क्योंकि वह खुद को थोड़ा वक्त देना चाहते थे। “मैंने कुछ समय के लिए खुद से वादा किया था कि अब थोड़ा ब्रेक लूंगा, थोड़ा एंजॉय करूंगा… मुझे मरने की कोई जल्दी नहीं है,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा था।

लेकिन, किसे पता था कि उनके ये शब्द कुछ ही महीनों बाद इतनी गहराई से सच साबित हो जाएंगे।

उनके दोस्त और निर्माता जेडी मजीठिया ने बताया कि सतीश शाह ने मौत से महज दो घंटे पहले अपनी करीबी दोस्त रत्ना पाठक शाह को मैसेज किया था। सुबह करीब 11 बजे उन्होंने लेखक आतिश कपाड़िया से भी बातचीत की थी। कुछ ही घंटे बाद, उनके निधन की खबर ने फिल्म इंडस्ट्री और उनके चाहने वालों को झकझोर दिया।

सतीश शाह का नाम भारतीय सिनेमा के उन कलाकारों में शामिल है, जिन्होंने कॉमेडी को सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि एक कला बनाया। ‘ये जो है जिंदगी’, ‘साराभाई वर्सेस साराभाई’, ‘मेनें प्यार किया’ और ‘कल हो ना हो’ जैसी फिल्मों और शोज़ में उन्होंने अपनी अदाकारी से जो छाप छोड़ी, वह कभी मिट नहीं सकती।