धीरेंद्र शास्त्री के साथ ‘हिंदू एकता’ पदयात्रा में शामिल हुए संजय दत्त, ‘सनातनी’ स्वैग में नजर आए एक्टर

KNEWS DESK – मध्यप्रदेश के खजुराहो में ‘सनातन हिंदू एकता’ को बढ़ावा देने के लिए बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने 21 नवंबर से 9 दिन लंबी ‘हिंदू एकता पदयात्रा’ शुरू की है। यह यात्रा भारत में जात-पात मिटाने और हिंदू एकता को सशक्त बनाने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। इस यात्रा में 25 नवंबर को बॉलीवुड के सुपरस्टार संजय दत्त, पहलवान द ग्रेट खली, और मशहूर कॉमेडियन श्याम रंगीला ने हिस्सा लेकर यात्रा की गरिमा को और बढ़ा दिया।

संजय दत्त का ‘सनातनी’ अंदाज

संजय दत्त इस यात्रा में विशेष रूप से चार्टर्ड विमान से खजुराहो पहुंचे और भगवा ध्वज थामे धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के साथ पदयात्रा की। सोशल मीडिया पर उनकी कई तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं, जिनमें वे भगवा शॉल ओढ़े, सफेद कुर्ता-पायजामा में नजर आ रहे हैं। यात्रा के दौरान संजय दत्त ने ‘हर हर महादेव’ और ‘जय भोलेनाथ’ के नारे लगाए, जिससे वहां मौजूद हजारों लोगों का उत्साह दोगुना हो गया।

दिखा संजू बाबा का 'सनातनी' स्वैग

बागेश्वर बाबा के साथ जमीन पर बैठकर चाय का आनंद

संजय दत्त का एक और सरल और प्रभावशाली रूप चर्चा का विषय बना। वह बागेश्वर बाबा के साथ जमीन पर बैठकर चाय पीते और बातचीत करते नजर आए। उनकी यह विनम्रता और सनातन धर्म के प्रति उनकी श्रद्धा ने सोशल मीडिया पर फैंस का दिल जीत लिया।

बागेश्वर बाबा संग जमीन पर बैठकर पी चाय

धीरेंद्र शास्त्री की तारीफ में बोले संजू बाबा

संजय दत्त ने यात्रा के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री को अपना छोटा भाई और गुरु बताते हुए उनकी खुलकर तारीफ की। उन्होंने कहा, “धीरेंद्र शास्त्री एक बहुत बड़ा काम कर रहे हैं। उनका जात-पात मिटाने का संदेश पूरे भारत को जोड़ने वाला है। मैं हमेशा उनके साथ खड़ा हूं और उनके संदेश का समर्थन करता हूं।”

यात्रा के दौरान लगहाया भगवा ध्वज

खली और श्याम रंगीला ने भी किया समर्थन

यात्रा में शामिल हुए द ग्रेट खली ने भी बाबा के कार्यों की प्रशंसा की और सनातन धर्म के संदेश को दूर-दूर तक पहुंचाने की अपील की। वहीं, कॉमेडियन श्याम रंगीला ने इस यात्रा को भारतीय संस्कृति का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह एकता का संदेश देने का एक महत्वपूर्ण कदम है।

खूब की धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की तारीफ

9 दिन तक चलेगी पदयात्रा

यह यात्रा 21 नवंबर को बागेश्वर धाम से शुरू हुई और मध्यप्रदेश-उत्तरप्रदेश सीमा से होते हुए ओरछा धाम में 29 नवंबर को समाप्त होगी। बाबा का कहना है कि उनका उद्देश्य जात-पात मिटाकर हिंदू राष्ट्र और एक मजबूत भारत का निर्माण करना है। इस पदयात्रा में देश-विदेश से बड़ी संख्या में लोग शामिल हो रहे हैं।

9 दिन तक चलेगी धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा

एकता का संदेश

बागेश्वर धाम के पीठाधीश पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा, “यह यात्रा सिर्फ धर्म की नहीं, बल्कि समाज को जोड़ने की यात्रा है। जब तक जात-पात और भेदभाव खत्म नहीं होगा, तब तक हम एक मजबूत राष्ट्र का निर्माण नहीं कर सकते।”

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