KNEWS DESK – सलमान खान की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘सिकंदर’ आखिरकार सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है और फैंस के लिए यह किसी त्योहार से कम नहीं है। हर बार की तरह इस बार भी भाईजान की फिल्म को जबरदस्त ओपनिंग मिली है। सिनेमाघरों के बाहर लंबी कतारें, अंदर सीटियों और तालियों की गूंज, और सोशल मीडिया पर सिर्फ ‘सिकंदर’ की ही चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं कि आखिर फिल्म कैसी बनी है और क्या यह आपके टिकट के पैसे वसूल कर पाएगी या नहीं!
कहानी में कितना दम?
फिल्म की कहानी गुजरात के राजकोट से शुरू होती है, जहां संजय राजकोट (सलमान खान) और उनकी पत्नी साईश्री (रश्मिका मंदाना) गरीबों की मदद करते हैं। सबकुछ सही चल रहा होता है कि तभी अर्जुन प्रधान (प्रतीक बब्बर) नाम का एक बिगड़ैल लड़का एक महिला से बदसलूकी करता है, लेकिन संजय उसे रोक देता है। अर्जुन के पिता और गुजरात के पावरफुल मिनिस्टर राकेश प्रधान (सत्यराज) को यह अपमान सहन नहीं होता और वह संजय से बदला लेने की ठान लेता है।
राकेश प्रधान, संजय की माइन्स में बम ब्लास्ट करवाता है, जिसमें साईश्री की मौत हो जाती है। लेकिन मरने से पहले, वह अपने अंग दान करने का फैसला कर चुकी होती है। उसके आंख, लिवर और दिल मुंबई के तीन अलग-अलग लोगों को दिए जाते हैं। जब संजय उन तीन लोगों से मिलने मुंबई पहुंचता है, तो उसे पता चलता है कि राकेश प्रधान अब उन तीनों की जान के पीछे पड़ा है। आगे क्या होता है, यह जानने के लिए आपको सिनेमाघरों का रुख करना होगा।
डायरेक्शन, स्क्रीनप्ले और म्यूजिक
ए.आर. मुरुगादॉस, जो ‘गजनी’ और ‘हॉलिडे’ जैसी सुपरहिट फिल्में बना चुके हैं, उन्होंने इस फिल्म का निर्देशन किया है। फिल्म की कहानी थोड़ी प्रेडिक्टेबल है, लेकिन निर्देशन और एक्शन सीन इसे दिलचस्प बना देते हैं। फिल्म के कुछ डायलॉग्स दमदार हैं, लेकिन कुछ जगहों पर ओवरड्रामैटिक भी लगते हैं।
जहां तक म्यूजिक की बात है, तो प्रीतम का म्यूजिक औसत रहा। फिल्म का सिर्फ एक गाना “सिकंदर नाचे नाचे” ही फैंस के बीच हिट हो पाया है, बाकी गाने ज्यादा असर नहीं छोड़ते। बैकग्राउंड म्यूजिक भी फाइट सीन्स में उतना प्रभावी नहीं लगा, जो एक मसाला एंटरटेनर के लिए बेहद जरूरी होता है।
एक्टिंग परफॉर्मेंस
सलमान खान: संजय राजकोट के रूप में सलमान का दमदार स्वैग और एक्शन फैंस को खूब पसंद आ रहा है। उन्होंने अपने किरदार को पूरी ईमानदारी से निभाया है। रश्मिका मंदाना: फिल्म में उनका रोल छोटा है, लेकिन उन्होंने अपनी भूमिका अच्छे से निभाई है। शरमन जोशी: सलमान के मैनेजर अमर के किरदार में शरमन एक ताजगी लाते हैं और उनकी परफॉर्मेंस सराहनीय है। सत्यराज: विलेन के रोल में सत्यराज छा गए हैं। उनका गुस्सैल अंदाज और दमदार स्क्रीन प्रेजेंस फिल्म की जान है। प्रतीक बब्बर: अर्जुन प्रधान के रोल में प्रतीक ने अच्छा काम किया है, लेकिन उनका किरदार ज्यादा गहराई नहीं रखता। संजय कपूर, काजल अग्रवाल और विशाल वशिष्ठ जैसे कलाकारों के कैमियो भी फिल्म में देखने को मिलते हैं।