KNEWS DESK – हिंदी सिनेमा के दिग्गज अभिनेता मुकेश खन्ना, जिन्हें ‘शक्तिमान’ और ‘महाभारत’ में भीष्म पितामह के रोल से देशभर में पहचान मिली, अपने बयानों के लिए हमेशा चर्चाओं में रहते हैं। चाहे वह सामाजिक मुद्दे हों या बॉलीवुड के किसी विवादित पहलू पर टिप्पणी, मुकेश खन्ना बेबाकी से अपनी राय रखने में कभी पीछे नहीं हटते। हाल ही में उन्होंने बॉलीवुड सितारों के पान मसाला के विज्ञापन करने पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिससे एक बार फिर वह सुर्खियों में आ गए हैं।
पान मसाला के विज्ञापनों पर उठाए सवाल
मुकेश खन्ना ने बॉलीवुड के उन सितारों पर निशाना साधा, जो पान मसाला, गुटखा और अन्य हानिकारक उत्पादों के विज्ञापन करते हैं। उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट के माध्यम से बड़े सितारों को आड़े हाथों लिया, जिसमें अजय देवगन और महेश मांजरेकर का जिक्र खासतौर पर किया गया। उन्होंने कहा, “क्या विज्ञापन की दुनिया अब सिर्फ पैसों की चमक-दमक में बदलकर रह गई है? क्या आजकल के एक्टर्स का मकसद केवल पैसा कमाना रह गया है? समाज, युवाओं और उनकी सेहत की जिम्मेदारी से इन सितारों का कोई वास्ता नहीं रहा?”
पैसा और नैतिकता पर सवाल
मुकेश खन्ना ने अपने पोस्ट में यह भी कहा कि आजकल स्टार्स केवल पैसे के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा, “पैसा फेंको और तमाशा देखो। विज्ञापन कंपनियां मदारी बन गई हैं और कलाकार उनकी डुग-डुगी पर नाचने वाले बंदर। ये सेलेब्स बिना सोचे-समझे कुछ भी प्रोडक्ट का प्रमोशन करते रहते हैं, चाहे वह स्वास्थ्य के लिए कितना भी हानिकारक क्यों न हो।”
समाज पर असर और सरकार की जिम्मेदारी
मुकेश खन्ना ने केवल सितारों पर ही नहीं, बल्कि सरकार और पुलिस प्रशासन पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पान मसाला और गुटखा जैसे उत्पादों के विज्ञापनों का समाज, विशेषकर युवाओं पर कितना बुरा प्रभाव पड़ रहा है, यह कोई नहीं सोच रहा। उन्होंने आगे कहा, “सरकार, पुलिस, और सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर मौजूद लाखों लोगों के पास यह शक्ति है कि वे इस गंदगी को रोक सकते हैं, लेकिन कोई इस पर ध्यान नहीं दे रहा।”
स्टार्स की जिम्मेदारी और नैतिकता
मुकेश खन्ना का मानना है कि स्टार्स को केवल पैसे कमाने तक सीमित नहीं रहना चाहिए। उनके पास एक बड़ी जिम्मेदारी है कि वे जिस प्रोडक्ट का विज्ञापन कर रहे हैं, उसकी सच्चाई और उसके प्रभावों को समझें। वे कहते हैं, “बड़े स्टार्स के पास पहले से ही पर्याप्त पैसा है। तो फिर और कितना कमाओगे? और किस कीमत पर?” उन्होंने जोर देकर कहा कि ये स्टार्स अपनी नैतिकता को ताक पर रखकर समाज और युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव डाल रहे हैं।
कब रुकेगी ये गंदगी?
मुकेश खन्ना ने अपने बयान के अंत में सवाल किया कि आखिर कब तक इस तरह के हानिकारक विज्ञापनों की बाढ़ समाज को नुकसान पहुंचाती रहेगी। उन्होंने कहा, “कब रुकेगी ये गंदगी और कौन इसे रोकेगा? सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने की जरूरत है ताकि लोगों की सेहत और समाज की भलाई सुनिश्चित की जा सके।”
मुकेश खन्ना का यह बयान केवल एक निजी राय नहीं है, बल्कि समाज के एक बड़े हिस्से की आवाज को दर्शाता है, जो इस तरह के हानिकारक विज्ञापनों और उनके प्रभावों से परेशान है।