फेक बॉक्स ऑफिस कलेक्शन और कास्टिंग विवाद पर करण जौहर ने किया रिएक्ट, कहा – ‘नहीं, हम सभी झूठे हैं’

KNEWS DESK – बॉलीवुड की चमक-धमक के पीछे का सच अक्सर गहरी बहस का विषय बनता है, और हाल ही में आलिया भट्ट और वेदांग रैना की फिल्म ‘जिगरा’ के बाद से फेक बॉक्स ऑफिस कलेक्शन को लेकर यह बहस फिर से गरमा गई है। फिल्ममेकर करण जौहर, जो बॉलीवुड के सबसे प्रभावशाली लोगों में से एक हैं, करण ने पहली बार इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।

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दिव्या खोसला ने लगाए थे फर्जी कलेक्शन के आरोप

इस बहस की शुरुआत तब हुई जब अभिनेत्री और निर्देशक दिव्या खोसला कुमार ने ‘जिगरा’ पर फर्जी कारोबार दिखाने का आरोप लगाया। उन्होंने फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन के आंकड़ों को लेकर सवाल उठाए थे और आरोप लगाया था कि असली आंकड़ों से छेड़छाड़ कर फिल्म को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया जा रहा है। इस आरोप के बाद फेक कलेक्शन का मुद्दा तेजी से चर्चा का विषय बन गया।

करण जौहर का कबूलनामा

हाल ही में ‘एक इंटरव्यू में करण जौहर ने इस मुद्दे पर खुलकर बात की। उन्होंने यह स्वीकार किया कि कई बार बॉक्स ऑफिस के आंकड़ों में हेरफेर की जाती है। करण ने कहा, “हां, ये सच है कि नंबर के साथ छेड़छाड़ होती है।”

उन्होंने यह भी माना कि सिर्फ टैलेंट के आधार पर फिल्मों में कास्टिंग नहीं की जाती है। उनसे जब पूछा गया कि क्या सिर्फ टैलेंट के दम पर कलाकारों को फिल्में मिलती हैं, तो उन्होंने साफ तौर पर जवाब दिया “नहीं।” उन्होंने स्वीकार किया कि कई बार एक्टर की पॉपुलैरिटी और बॉक्स ऑफिस सक्सेस टैलेंट पर हावी हो जाती है और इसी वजह से उनकी कास्टिंग की जाती है।

कास्टिंग में भी होती है गड़बड़

करण जौहर ने इस बात पर भी जोर दिया कि फिल्म इंडस्ट्री में अच्छे टैलेंट को हमेशा मौके नहीं मिलते। उन्होंने माना कि कई बार लोकप्रियता और बॉक्स ऑफिस पर सफलता के आधार पर कलाकारों को चुना जाता है, जबकि कुछ प्रतिभाशाली एक्टर्स को मौका नहीं मिल पाता। यह बयान इस बात की ओर इशारा करता है कि फिल्म इंडस्ट्री में कास्टिंग के फैसले हमेशा योग्यता पर आधारित नहीं होते।

सेलिब्रिटी रिव्यू भी होते हैं फर्जी

करण जौहर ने इस इंटरव्यू में सोशल मीडिया पर सेलेब्रिटीज द्वारा दी जाने वाली फिल्म समीक्षाओं को भी झूठा करार दिया। उन्होंने कहा, “नहीं, हम सभी झूठे हैं। सब बड़े वाले झूठे हैं। बहुत कुछ गड़बड़ कहा जाता है।” उनका यह बयान इस ओर इशारा करता है कि सोशल मीडिया पर आने वाली तारीफें और रिव्यू भी कई बार फेक होते हैं, और यह सिर्फ फिल्म के प्रमोशन का एक हिस्सा होता है।

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