KNEWS DESK – बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस से बीजेपी सांसद बनीं कंगना रनौत इन दिनों अपनी आगामी पॉलिटिकल ड्रामा फिल्म ‘इमरजेंसी’ को लेकर सुर्खियों में हैं। फिल्म में कंगना ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है, जो इमरजेंसी के समय के घटनाक्रमों को दर्शाती है। हालांकि, यह फिल्म अपने रिलीज से पहले ही विवादों में घिर गई है, और इसके बायकॉट की मांग उठने लगी है।
कंगना को जान से मारने की धमकियां
‘इमरजेंसी’ का ट्रेलर रिलीज होते ही कंगना को जान से मारने की धमकियां मिलनी शुरू हो गई हैं। सोशल मीडिया पर एक्टिव कंगना ने खुद एक वीडियो साझा करते हुए बताया कि उनकी फिल्म को सेंसर बोर्ड से सर्टिफिकेट नहीं मिला है, जिससे फिल्म की रिलीज अटक गई है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि उन्हें इंदिरा गांधी की हत्या और इमरजेंसी से जुड़े कुछ सीन हटाने के लिए कहा गया है। कंगना ने इन धमकियों और सेंसरशिप पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए साफ किया कि वे इन चुनौतियों के आगे झुकने वाली नहीं हैं।
कंगना का दृढ़ संकल्प
कंगना ने एक इंटरव्यू में बताया, “तुम लोग मुझे डरा नहीं सकते, ना ही इस देश की आवाज को चुप करा सकते हो। मैं संविधान के अधिकारों की रक्षा करूंगी और अभिव्यक्ति की आज़ादी का समर्थन करती रहूंगी। सच्चाई की आवाज को कोई दबा नहीं सकता। चाहे ये लोग मुझे धमकियां दें या मुझे जान से मारने की धमकी दें, मैं इस देश की आवाज को कभी खत्म नहीं होने दूंगी।”
https://x.com/KanganaTeam/status/1829491523467247866
कंगना का कहना है कि अगर वह अभी पीछे हट जाती हैं, तो कल को इन धमकियों का सामना करने वाला कोई और कलाकार नहीं बच पाएगा। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह किसी भी तरह के दबाव के सामने झुकने के बजाय सच का साथ देती रहेंगी।
सेंसरशिप और इतिहास की जंग
कंगना ने इस बात पर जोर दिया कि उन्हें एक ऐसा इतिहास पढ़ाया गया था, जो असलियत से कोसों दूर था। उन्होंने कहा, “हमें एक अलग ही इतिहास पढ़ाया गया था, लेकिन हम अब ऐसा नहीं होने देंगे। हमने भी देखा है और हमें भी देश के लिए कुछ करना है। इस मिट्टी से हमने बहुत कुछ पाया है।”
कंगना के अनुसार, उनकी फिल्म का सेंसर सर्टिफिकेट इसलिए अटका हुआ है क्योंकि इसमें इंदिरा गांधी की हत्या और इमरजेंसी से जुड़े सीन शामिल हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सेंसर बोर्ड पर इन धमकियों का असर हो रहा है और इसलिए फिल्म को सर्टिफिकेट नहीं दिया जा रहा है।