पेरिस ओलंपिक में महिला खिलाड़ी की नाक तोड़ने वाले प्रतिद्वंद्वी पर भड़कीं कंगना रनौत, कहा – ‘लड़की को 7 फीट के आदमी के साथ…’

KNEWS DESK – इस समय फ्रांस में चल रहे पेरिस ओलंपिक 2024 पर हर किसी की नजर टिकी हुई है| भारतीय खिलाड़ियों की जीत पूरा देश मना रहा है| लेकिन इस बार पेरिस ओलंपिक कुछ कारणों से विवाद में भी घिर गया है| बीते दिन इटली की एंजेला कैरिनी और अल्जीरिया की इमान खलीफ के बीच बॉक्सिंग का मुकाबला हुआ| इमान खलीफ ने एंजेला को हरा दिया साथ ही उनकी नाक भी तोड़ दी| वहीं अब कंगना ने इस पर अपनी राय पेश की है|

कंगना रनौत ने पेरिस ओलंपिक को लेकर की बात 

बीते दिन इटली की एंजेला कैरिनी और अल्जीरिया की इमान खलीफ के बीच बॉक्सिंग का मुकाबला हुआ| जिसमें मात्र 46 सेकंड में ही इमान खलीफ ने अपनी प्रतिद्वंद्वी एंजेला को हरा दिया। इतना ही नहीं, इमान खलीफ ने अपनी प्रतिद्वंद्वी की नाक भी तोड़ दी।

अब कंगना ने इस मैच को लेकर बात की है और इस मैच को अनफेयर बताया है और इसी के साथ उन्होंने कहा है कि एक महिला का मुकाबला एक आदमी से करवाया गया है क्या है ये पूरा मामला आपको बताते हैं|

लड़की को साथ फीट के लड़के के साथ लड़ना पड़ा 

अपनी हर बात को बड़ी बेबाकी से रखने वाली कंगना रनौत ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर एक लंबा-चौड़ा पोस्ट शेयर किया। उन्होंने दोनों खिलाड़ियों के बॉक्सिंग की फोटो को शेयर करते हुए लिखा, इस लड़की को 7 फीट के आदमी के साथ लड़ना पड़ा, जिसकी पैदाइश पुरुष के रूप में हुई है। उसके बॉडी के सभी पार्ट्स आदमियों वाले थे, उसका बर्ताव और लुक दोनों पुरुषों वाले हैं। वह महिला को बॉक्सिंग मैच में वैसे मार रहा था, जैसे घर पर पुरुष एक महिला को मारता है। हालांकि, वह खुद को महिला बताता है, इसलिए आप खुद अंदाजा लगा लीजिए कि ये बॉक्सिंग मैच किसने जीता है? समाज सुधार का दावा करना बहुत ही गलत है और इसको बढ़ावा नहीं देना चाहिए। जाग जाइए, इससे पहले कि आपकी बेटियों की नौकरी और मेडल उनसे छीन लिए जाए”। कंगना ने हैशटैग ‘सेव वुमन स्पोर्ट्स’ भी लिखा।

समलैंगिकता को लेकर कंगना ने कहा 

कंगना रनौत यहीं पर शांत नहीं हुईं, एक्ट्रेस ने आगे एक पोस्ट में समलैंगिकता पर बात की है| एक्ट्रेस ने बताया कि उनके कई दोस्त ऐसे हैं जो होमोसेक्शुअल हैं। कंगना ने लिखा, “जब आप होमोसेक्शुअल रिश्ते(सेम जेंडर) में होते हैं, तो एक पार्टनर फीमेल का एक पार्टनर मेल का पार्ट प्ले करता है।

वो एक आदर्शवादी मेल और फीमेल की छवि बनाते हैं, लेकिन साथ ही वो नारीवाद के नाम पर महिलाओं पर हावी होने की कोशिश करते हैं|

ये कुछ अजीब है.. सच कहूं तो मेरे कुछ दोस्त हैं, जो सेम सेक्स के हैं और वो मेरे काफी करीब हैं, सच कहूं तो वो बहुत टैलेंटेड हैं और बहुत शानदार काम करते हैं| इसलिए मुझे लगता है कि उन्हें किसी की स्वीकृति की जरुरत नहीं पड़ती है|

यह भी पढ़ें – उत्तराखंड: जिलाधिकारी सोनिका ने आपदा कंट्रोल रूम का किया औचक निरीक्षण, शिकायतकर्ताओं से बात कर जाना हाल

About Post Author