कंगना रनौत ने बगैर नाम लिए ‘एनिमल’ पर बोला हमला, कहा- ‘दर्शक सिर्फ महिलाओं को पीटने…’

KNEWS DESK- बॉलीवुड की मशहूर एक्ट्रेस कंगना रनौत अक्सर अपने बेबाक बयानों को लेकर चर्चा में बनी रहती हैं| एक्ट्रेस हर मुद्दे पर अपनी राय रखना पसंद करती हैं| वहीं इस बार कंगना ने ‘एनिमल’ के एक डायलॉग पर निशाना साधा है|

दरअसल, एक्ट्रेस कंगना रनौत ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक सोशल मीडिया यूजर को जवाब दिया है| वो यूजर उनकी फिल्म तेजस की तारीफ कर रहा था| यूजर ने लिखा- उन्होंने फिल्म तेजस का आनंद लिया और आश्चर्यचकित थे कि फिल्म बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन क्यों नहीं कर पाई| यूजर को जवाब देते हुए कंगना ने लिखा- मेरी फिल्मों के लिए भुगतान की गई नकारात्मकता भारी है| मैं अब तक कड़ी मेहनत कर रही हूं लेकिन दर्शक भी महिलाओं को पीटने वाली फिल्मों को पसंद कर रहे हैं, जहां उनके साथ यौन वस्तुओं की तरह व्यवहार किया जाता है और जूते चाटने के लिए कहा जाता है| यह उस व्यक्ति के लिए बहुत हतोत्साहित करने वाला है, जो महिलाओं के लिए अपना जीवन समर्पित कर रहा है| सशक्तिकरण फिल्में, आने वाले सालों में करियर बदल सकती हैं| अपने जीवन के सर्वश्रेष्ठ साल किसी सार्थक चीज को देना चाहती हूं|

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एक्ट्रेस ने एक और ट्वीट किया और लिखा, फिल्मों का नवीनतम चलन जहां महिलाओं को दीवार पर फूल बनकर रह जाना, हिंसक और अपमानजनक तरीके से उनकी गरिमा और कपड़े उतारना भयावह है| मुझे उस समय की याद आती है, जब मैंने फिल्मों में प्रवेश किया था, अश्लील आइटम नंबर, जल्दी-जल्दी अंदर-बाहर होने वाली गंदी और वृद्ध पुरुषों के खिलाफ मूर्खतापूर्ण भूमिकाएं प्रचलित थीं|

आगे उन्होंने लिखा- कई वर्षों के बाद वेतन समानता के लिए लड़ते हुए, गैंगस्टर, वो लम्हे, फैशन, क्वीन, तनु वेड्स मनु, मणिकर्णिका, थलाइवी, तेजस जैसी महिला प्रधान फिल्मों को प्रोत्साहित करने की कोशिश करते हुए मैंने कई पंख लगाए| वाईआरएफ और धर्मा जैसे बड़े प्रोडक्शन हाउस के खिलाफ गए| अक्षय कुमार, सलमान खान, रणबीर कपूर जैसे बड़े हीरो को ना कहा| कंगना बोलीं-  इसलिए नहीं कि मेरा उनसे कोई व्यक्तिगत विरोध था, सब कुछ महिला सशक्तिकरण के मुद्दे पर था और आज फिल्मों में महिलाओं की स्थिति देखकर मेरा दिल बैठ जाता है| क्या इसके लिए केवल फिल्म इंडस्ट्री ही दोषी है| फिल्मों में महिलाओं की इस गिरावट में दर्शकों की कोई भागीदारी नहीं है|

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