KNEWS DESK अभिनेत्री मुमताज अपने दौर की उन मशहूर अदाकाराओं में से एक हैं, जो अपनी खूबसूरती और अभिनय के जरिए बॉलीवुड में राज किया करती थीं. मुमताज़ ने हिन्दी फिल्म सोने की चिड़िया (1958) से एक बाल कलाकार के रूप में अपने अभिनय करियर की शुरुआत की. मुमताज़ की खूबसूरती का हम इस बात से पता लगा सकते हैं, उस समय के प्रतिष्ठित अभिनेता शम्मी कपूर, देव आनंद, जितेंद्र, धर्मेंद्र सभी उनके प्यार में पागल थे। मुमताज़ ने एक साक्षात्कार में कहा कि “मैं इतनी ख़ुशनसीब हूँ, कि इतने प्रतिष्ठित अभिनेता मुझे इतना प्रेम करते थे। कई पुरानी यादें ताजा करते हुए मुमताज ने महमूद का तहे दिल से शुक्रिया अदा किया। मुमताज ने खुलासा किया है कि वर्ष 1987 में आई फिल्म ‘राम और श्याम’ फिल्म जिसमे उन्हें दिलीप कुमार के साथ काम करने का मौका मिला वो सिर्फ महमूद की वजह से मिला था.
एक्ट्रेस मुमताज ने हाल ही में महमूद के परिवार से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने बहुत सी खूबसूरत यादें ताजा कीं। साथ ही यह जिक्र भी किया कि महमूद ने उनका करियर बनाने में बहुत मदद की। उन्होंने ही एक्ट्रेस का नाम फिल्म ‘राम और श्याम’ के लिए दिलीप कुमार को सुझाया था. मुमताज ने कहा, ‘मैं सिर्फ यह कहना चाहती हूं कि मेरी सफलता में महमूद जी का बड़ा हाथ था। उन्होंने न सिर्फ मेरा नाम यूसुफ साब (दिलीप कुमार) को सुझाया था, बल्कि उन्होंने मेरी रील्स भी उन्हें ले जाकर दिखाईं। उन्होंने मेरे लिए काफी कुछ किया।
मुमताज ने आगे बताया कि महमूद ने दिलीप कुमार से कहा था, ‘यह एक नई लड़की है और आपको उसके साथ काम करना है। फिल्म में आपका डबल रोल है।’ इसके बाद दिलीप कुमार ने कहा, ‘वह खूबसूरत, अच्छी और लंबी लड़की है। ठीक है। मैं काम कर लूंगा।’ मुमताज ने पुरानी बातें साझा करते हुए आगे कहा, ‘अगर उन्होंने दिलीप कुमार से यह सब नहीं कहा होता तो मेरे लिए ये संभव नहीं होता…दिलीप कुमार जैसे शख्स के साथ काम करना मेरी किस्मत में नहीं होता’।
मुमताज ने आगे कहा कि इस दुनिया में कितने ही लोग किसी के लिए कुछ करने को तैयार होते हैं। उन्होंने महमूद के परिवार का आभार जताते हुए कहा, ‘मैं सिर्फ इतना बताना चाहती थी। यह महमूद जी का परिवार है और मेरा भी।’