‘मुझे तुमसे डर लगता है’…सुनिधि चौहान ने विजय वर्मा के बारे में क्यों कह दी ऐसी बात

KNEWS DESK –  बॉलीवुड और वेब सीरीज की दुनिया में दमदार अभिनय से अपनी अलग पहचान बनाने वाले विजय वर्मा ने हाल ही में एक दिलचस्प किस्सा साझा किया। ‘मिर्जापुर’, ‘दहाड़’, और ‘पिंक’ जैसी फिल्मों और वेब सीरीज में उनके नेगेटिव किरदारों ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है, लेकिन इन किरदारों का असर असल जिंदगी में भी देखने को मिला। विजय वर्मा ने बताया कि उनके इन भयानक किरदारों की वजह से लोग उनसे मिलने से कतराने लगे थे। खासकर, जब वह मशहूर सिंगर सुनिधि चौहान से मिले तो उन्होंने उनसे ऐसा कुछ कहा जिसने विजय को भी चौंका दिया।

सुनिधि चौहान से जुड़ा मजेदार किस्सा

मुंबई में हाल ही में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान विजय वर्मा ने यह किस्सा सुनाया। उन्होंने बताया कि ‘पिंक’ फिल्म की स्क्रीनिंग के दौरान जब वह सिंगर सुनिधि चौहान से मिलने गए, तो सुनिधि ने उनसे कहा, “मेरे पास मत आना, मुझे तुमसे डर लगता है।” विजय यह सुनकर हैरान रह गए कि आखिर उन्होंने ऐसा क्या किया, जो सुनिधि उनसे डर गईं।

इसके बाद निर्देशक ने विजय को साइड में बुलाया और बताया कि उनका किरदार इतना दमदार और भयानक था कि लोग उन्हें असल जिंदगी में भी उनके नेगेटिव रोल से जोड़ने लगे थे। निर्देशक ने समझाया कि यह उनके शानदार अभिनय का नतीजा है, जिसने लोगों पर गहरी छाप छोड़ी है।

विजय वर्मा के किरदारों का प्रभाव

विजय वर्मा ने कहा कि ‘पिंक’ फिल्म के बाद उनकी छवि ऐसी बन गई कि लोग उनके पास आने से घबराने लगे। कई बार तो लड़कियां और उनकी माएं आकर कहती थीं कि वे असल जिंदगी में भी उनसे डरती हैं। यह सुनकर विजय को खुद चिंता होने लगी थी कि क्या उनका नेगेटिव किरदार लोगों की नजर में उनके असल व्यक्तित्व पर हावी हो गया है।

विजय ने मजाकिया अंदाज में कहा, “कई प्यारी लड़कियां और उनकी मां ने मुझे बताया कि वे मुझसे डरती हैं। यह सुनकर कभी-कभी मुझे भी चिंता होती थी कि आखिर यह सब क्यों हो रहा है। लोग मेरा इंट्रोडक्शन भी काफी खतरनाक तरीके से करते थे।”

नेगेटिव किरदारों से मिली पहचान

विजय वर्मा ने ‘मिर्जापुर’, ‘दहाड़’ और ‘पिंक’ जैसी फिल्मों और वेब सीरीज में नेगेटिव रोल निभाकर एक ऐसी छाप छोड़ी है, जिसे दर्शक लंबे समय तक नहीं भूल पाएंगे। हालांकि, इन किरदारों का असर उनके निजी जीवन में भी देखने को मिला, लेकिन उन्होंने अपने काम से यह साबित किया है कि वह किसी भी किरदार को बखूबी निभाने में सक्षम हैं।

विजय वर्मा की यह कहानी न केवल उनके अभिनय की गहराई को दर्शाती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि एक अभिनेता अपने किरदार से कितना जुड़ जाता है, जिससे लोग असल जिंदगी में भी उनके अभिनय से प्रभावित होते हैं

About Post Author