KNEWS DESK – स्टैंड-अप कॉमेडियन और ‘बिग बॉस ओटीटी 2’ के विजेता मुनव्वर फारूकी, जो अक्सर अपनी कला और अदाओं से लोगों का दिल जीतते हैं, हाल ही में अपनी निजी जिंदगी को लेकर चर्चा में आए। मुनव्वर आम तौर पर अपनी पर्सनल लाइफ को सुर्खियों से दूर रखना पसंद करते हैं, लेकिन एक पॉडकास्ट के दौरान उन्होंने अपने बेटे मिकाइल की गंभीर बीमारी और उस मुश्किल दौर के बारे में खुलकर बात की।
मिकाइल को हुई ‘कावासाकी’ बीमारी
मुनव्वर ने जेनिस सेक्वेरा के पॉडकास्ट में बताया कि उनके बेटे मिकाइल को ‘कावासाकी’ नाम की एक दुर्लभ और गंभीर बीमारी हो गई थी। यह घटना तब की है जब मिकाइल केवल डेढ़ साल का था। शुरुआती दो-तीन दिनों तक उसकी तबीयत में सुधार नहीं हुआ, जिससे मुनव्वर और उनके परिवार की चिंता बढ़ गई। जब उन्होंने डॉक्टर से संपर्क किया, तो उन्हें पता चला कि इलाज के लिए तीन इंजेक्शन चाहिए, जिनकी कीमत 25-25 हजार रुपये थी।
आर्थिक तंगी में गुजरे मुश्किल दिन
उस समय मुनव्वर की आर्थिक स्थिति काफी कमजोर थी। उनके पास सिर्फ 700-800 रुपये थे, जबकि इलाज के लिए 75 हजार रुपये की जरूरत थी। मुनव्वर ने बताया कि डॉक्टर से बातचीत करते वक्त उन्होंने खुद को शांत दिखाने की कोशिश की, लेकिन अस्पताल से बाहर निकलते ही वे लगभग 30-40 मिनट तक सन्न रह गए। यह उनके जीवन का सबसे कठिन समय था।
उधार लेकर बेटे का इलाज कराया
मुनव्वर ने अपनी परेशानियों के बावजूद हिम्मत नहीं हारी। उन्होंने अपने पुराने काम के संपर्कों से पैसे उधार मांगे। मुंबई सेंट्रल जाकर, तीन घंटे के अंदर पैसे जुटाए और तुरंत अस्पताल लौटे। हालांकि, इलाज के खर्च का इंतजाम हो गया, लेकिन मुनव्वर का दर्द और तनाव कम नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि उस दिन उनकी मुस्कान गायब हो गई थी, क्योंकि उनके लिए यह केवल पैसों का मामला नहीं था, बल्कि उनके बेटे की जिंदगी का सवाल था।
जिंदगी का सबक और आत्मनिर्भरता का वादा
इस अनुभव ने मुनव्वर को एक गहरी सीख दी। उन्होंने महसूस किया कि भविष्य में ऐसी स्थिति से बचने के लिए आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होना बेहद जरूरी है। उन्होंने खुद से वादा किया कि वे खुद को इतना सक्षम बनाएंगे कि किसी भी मुश्किल समय में किसी और पर निर्भर न रहना पड़े।