KNEWS DESK – बॉलीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर रेमो डिसूजा एक बार फिर से विवादों में घिर गए हैं। उनके खिलाफ एक पुराने धोखाधड़ी के मामले में कानूनी कार्रवाई चल रही है, जिससे राहत पाने के लिए उन्होंने अब सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता सत्येंद्र त्यागी को नोटिस जारी किया है, लेकिन कोर्ट ने फिलहाल मुकदमे पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है।
क्या है रेमो पर आरोप?
रेमो डिसूजा पर आरोप है कि उन्होंने गाजियाबाद के एक कारोबारी, सत्येंद्र त्यागी को धोखा देकर उनके साथ आर्थिक ठगी की। आरोपों के मुताबिक, रेमो ने सत्येंद्र को एक साल में 10 करोड़ रुपये का मुनाफा देने का वादा करके उनकी फिल्म में 5 करोड़ रुपये निवेश करवाए। लेकिन जब सत्येंद्र ने अपनी राशि वापस मांगी, तो रेमो ने उन्हें कथित तौर पर अंडरवर्ल्ड डॉन प्रसाद पुजारी से धमकी दिलवाई। इस मामले में पुलिस ने जांच के बाद रेमो और प्रसाद पुजारी के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।
लंबी कानूनी लड़ाई और हाई कोर्ट का फैसला
सत्येंद्र त्यागी ने 2016 में रेमो के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया था। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और रेमो पर IPC की धारा 420, 406, और 386 के तहत चार्जशीट दायर की। इस मामले में रेमो ने इलाहाबाद हाई कोर्ट में केस रद्द करने की याचिका भी दायर की थी, लेकिन हाई कोर्ट ने उनकी याचिका खारिज कर दी।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका और सुनवाई
रेमो डिसूजा ने अब सुप्रीम कोर्ट में गुहार लगाई है। जस्टिस सूर्य कांत और उज्ज्वल भुइयां की बेंच ने मामले की सुनवाई करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार और शिकायतकर्ता को नोटिस जारी किया है। सुप्रीम कोर्ट ने अगले सप्ताह मामले की सुनवाई की बात कही है, लेकिन मुकदमे पर रोक लगाने से इनकार किया है। रेमो के वकील ने कोर्ट को बताया कि हाई कोर्ट में उनकी रिवीजन याचिका लंबित होने के कारण उन्होंने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया।
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