KNEWS DESK – बॉबी देओल, जिनकी किस्मत ने ‘एनिमल’ फिल्म के बाद फिर से चमक दिखाई है, अब न सिर्फ अपने काम को लेकर व्यस्त हैं बल्कि अपने दोनों बेटों, आर्यमान और धरम की फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री को लेकर भी गंभीरता से विचार कर रहे हैं। हाल ही में एक बातचीत के दौरान बॉबी ने अपने बेटों के करियर को लेकर कई महत्वपूर्ण बातें साझा कीं।
फिल्म इंडस्ट्री में करियर
बॉबी देओल ने बताया कि उनके दोनों बेटे, आर्यमान और धरम, फिल्म इंडस्ट्री में अपना करियर बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, “मेरे दोनों बेटे इसी इंडस्ट्री में करियर बनाना चाहते हैं। इसलिए मैं उन दोनों से लगातार इस बारे में डिस्कस करता रहता हूं।” बॉबी ने यह भी कहा कि वह अपने बच्चों को भारतीय संस्कृति से जोड़कर रखने की पूरी कोशिश करते हैं। “मैं हमेशा कोशिश करता हूं कि उनसे हिंदी में ही बात करूं। मेरे बच्चे हिंदी ज्यादा बोलते हैं। यह जरूरी भी है, क्योंकि अगर आपको हिंदी सिनेमा में बतौर एक्टर काम करना है तो हिंदी आना बहुत जरूरी है|
इंडस्ट्री में एंट्री लेना आसान नहीं
जब बॉबी देओल से पूछा गया कि क्या उनके सपोर्ट से उनके बच्चों को इंडस्ट्री में जगह बनाना आसान हो जाएगा, तो उन्होंने साफ कहा, “उनके पिता होने के नाते ये जरूरी नहीं कि चीजें आसान हो जाएं। मैं उनका पिता हूं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं उन्हें गाइड कर सकता हूं, लेकिन इंडस्ट्री में जगह बनाना मुश्किल है, सिर्फ एक्टर्स के लिए ही नहीं, बल्कि हर फील्ड में। बॉबी ने यह भी जोर देकर कहा कि फिल्म इंडस्ट्री में एंट्री लेना बहुत चैलेंजिंग होता है। “लोग अक्सर इस बारे में बात करते हैं कि फिल्म इंडस्ट्री में ये कितना मुश्किल है, लेकिन ये हर जगह चैलेंजिंग होता है|
बच्चों पर होंगी सबकी नजर
बॉबी देओल ने कहा कि उनके बच्चों पर सबकी नजरें होंगी, और इस वजह से उन्हें काफी मेहनत करनी होगी। “उन्हें काफी मेहनत करनी होगी उस चीज को हासिल करने के लिए जिसे वो चाहते हैं| फिलहाल, बॉबी देओल संदीप रेड्डी वांगा की फिल्म ‘एनिमल’ में अपने दमदार रोल के लिए चर्चा में हैं, और उनके इस किरदार को लोगों ने खूब सराहा। इसके बाद बॉबी जल्द ही ‘कंगुवा’ फिल्म में नजर आने वाले हैं।
बॉबी देओल का करियर
बॉबी देओल का करियर भी एक उतार-चढ़ाव से भरा रहा है, और अब वह अपने बेटों को उसी इंडस्ट्री में कदम रखने के लिए प्रेरित कर रहे हैं, जिसे उन्होंने खुद भी गहरे अनुभवों के साथ जिया है। वह अपने बेटों के लिए एक मार्गदर्शक की भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन साथ ही उन्हें यह भी सिखा रहे हैं कि सफलता हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत और समर्पण जरूरी है।
बॉबी के इस सकारात्मक दृष्टिकोण से यह साफ हो जाता है कि वह अपने बेटों को एक मजबूत आधार देने की कोशिश कर रहे हैं, ताकि वे अपने दम पर इंडस्ट्री में अपनी जगह बना सकें। आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि आर्यमान और धरम किस तरह से बॉलीवुड में अपनी पहचान बनाते हैं।